गिरिडीह: बिहार से सटा गिरिडीह का भेलवाघाटी उग्रवाद प्रभावित इलाका है. राज्य गठन के बाद वर्ष 2005 में इसी गांव में नक्सलियों ने एक साथ 17 लोगों की हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद यहां के समुचित विकास का वादा किया गया. कई काम भी हुए. थाना बना, स्कूल बना और अब 55 करोड़ की लागत से सड़क का निर्माण चल रहा है. लगभग तीन वर्ष से इस सड़क को बनाया जा रहा है लेकिन ग्रामीण इस सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर असंतोष जाहिर कर रहे हैं. ग्रामीण इसे लेकर लगातार विरोध जता रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि उनकी शिकायतों पर अधिकारी जांच के नाम पर खानापूर्ति कर रहे हैं. यह भी बताया कि सड़क में जिनकी जमीन गई है, उन्हें मुआवजा भी नहीं मिला है.
ये भी पढ़ें- जर्जर है देवघर बासुकीनाथ धाम सड़क, निर्माण के नाम पर हो रही है सियासत
सड़क निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत: स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि विकास कुमार का कहना है कि सड़क निर्माण का कार्य 2019 में प्रारम्भ किया गया, लेकिन समय पर कभी काम चला ही नहीं. उसपर सभी कार्य घटिया स्तर का किया गया. पीसीसी में गड़बड़ी की गई, इस सड़क पर सभी कलवर्ट, पुलिया को बनाना था लेकिन रमनीटांड गांव में पुराने व जर्जर कलवर्ट पर ही ढलाई कर दी गई. कालीकरण में भी गड़बड़ी हो रही है, गार्डवाल में भी पूरी गड़बड़ी की जा रही है. इसकी शिकायत कई बार की गई. ग्रामीण सड़क पर उतरे लेकिन इसे गम्भीरता से नहीं लिया गया.
नहीं प्रारम्भ हुआ पुल निर्माण कार्य: ग्रामीणों ने यह भी बताया कि बिहार की सीमा तक बन रही इस सड़क में पुल का भी निर्माण है लेकिन वह कार्य आरंभ नहीं किया गया है. इधर लोगों का कहना है कि यह इलाका अति उग्रवाद प्रभावित है. इस सड़क के बन जाने से नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाने में पुलिस व सीआरपीएफ को काफी सहूलियत होती.
नहीं की जा रही है गड़बड़ी- कंस्ट्रक्शन कम्पनी: इस पूरे मामले पर ॐ नमः शिवाय कंस्ट्रक्शन के मुंशी का कहना है कि सड़क निर्माण में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं है. विभाग के अभियंता की देखरेख में काम किया जा रहा है. कुछ लोग बेवजह की शिकायत करते हैं. उन्होंने कहा कि शिकायतों पर विभाग के अधिकारियों ने जांच भी की है और क्लीन चिट भी दिया है.