गिरिडीह, बगोदर: गिरिडीह के बगोदर प्रखंड में लघु सिंचाई विभाग की ओर से सवा सौ करोड़ की लागत से तालाब जीर्णोद्धार कार्य कराया जा रहा है. स्थानीय ग्रामीणों ने कार्य में अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने इसको लेकर विरोध जताया है. मामला बगोदर प्रखंड की धरगुल्ली पंचायत का है. ग्रामीणों ने कहा है कि यदि संवेदक ने जल्द निर्माण कार्य में सुधार नहीं किया तो आंदोलन किया जाएगा. साथ ही ग्रामीणों ने तालाब निर्माण शीघ्र पूरा करने की मांग की है.
आउटलेट निर्माण में अनियमितता बरतने का आरोपः ग्रामीणों का कहना है कि एक साल पूर्व ही तालाब जीर्णोद्धार कार्य की शुरुआत की गई थी, लेकिन अब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है. इससे इलाके में कृषि कार्य प्रभावित हो रहा है और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने आउटलेट निर्माण कार्य में भी अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है.
स्थानीय ग्रामीण कृषि कार्य के लिए तालाब के पानी पर हैं निर्भरः इस संबंध में स्थानीय ग्रामीण अर्जुन यादव ने बताया कि यह तालाब धरगुल्ली पंचायत की मुख्य तालाब है. लोग कृषि कार्य के लिए इसी तालाब के पानी पर निर्भर हैं. वहीं गांव के कुएं, चापानल आदि का जलस्तर भी इसी तालाब पर निर्भर हैं. उन्होंने बताया कि तालाब निर्माण कार्य में बरती जा रही अनियमितता के खिलाफ ग्रामीणों की बैठक भी हुई है. जिसमें तालाब जीर्णोद्धार कार्य में अनियमितता के खिलाफ आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है.
एक साल में भी तालाब का जीर्णोद्धार कार्य पूरा नहीं, ग्रामीणों में रोषः इस संबंध में पूर्व पंचायत समिति सदस्य खूबलाल महतो ने बताया कि 1967-68 में इस तालाब का निर्माण हुआ था. तालाब विस्तारीकरण की स्वीकृति होने के बाद पिछले साल निर्माण कार्य की शुरुआत हुई थी. लोगों में आस जगी थी कि निर्माण कार्य पूरा होने के बाद लोगों को सुविधा होगी, लेकिन अब तक कार्य पूरा नहीं हुआ है.