गिरिडीहः गांवों को मुख्य सड़क या फिर हाई-वे से जोड़ने को लेकर प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना चलाई जा रही है. लेकिन गिरिडीह में जमीनी हकीकत इससे जुदा है. सड़कों को दुरुस्त नहीं कराया जा रहा है. केंद्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी के क्षेत्र का भी यही हाल है. यहां का फिटकोरिया-महेशमुंडा पथ 10 सालों से जर्जर है, जिस पर आए दिन हादसे होते रहते हैं.
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बेंगाबाद प्रखंड के फिटकोरिया मोड़ से महेशमुंडा रेलवे स्टेशन तक की इस सड़क की लंबाई छह किलोमीटर है, जो खस्ताहाल है. सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं. बारिश के दिनों में तो हालात और बदतर हो जाते हैं. गड्ढों में पानी भरे रहने से हादसे होते हैं.
लगातार दुर्घटना
यह सड़क बेंगाबाद से होकर गुजरने वाली एनएच 114ए और चतरा होते हुए बिहार और गिरिडीह-जामताड़ा रोड को जोड़ने वाली एक मात्र लिंक रोड है. इसके साथ ही महेशमुंडा के समीप रेलवे स्टेशन भी है. इससे बड़ी संख्या में लोगों का आना-जाना होता है. इसके बावजूद लगभग एक दशक से सड़क की मरम्मत नहीं कराई गई. किसी बीमार व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने में काफी परेशानी होती है.
जल्द कराएंगे मेंटेनेंस
बेंगाबाद बीडीओ मो. कय्यूम अंसारी ने कहा कि सड़क की मरम्मत के लिए पत्राचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सड़क मेंटेनेंस की प्रक्रिया शीघ्र शुरू कर दी जाएगी. गांडेय विधायक डॉ. सरफराज अहमद ने कहा कि इस समस्या को गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा कि सिर्फ फिटकोरिया-महेशमुंडा सड़क ही नहीं, बल्कि क्षेत्र की सभी जर्जर सड़कों की सूची मंत्रालय को दुरुस्त करने को लेकर दी जाएगी.