गिरिडीह: जिले में अभ्रक ( माइका) का काला कारोबार लगातार चल रहा है. यहां अभ्रक के स्वरूप में बदलाव कर उसे खपाने का काम चल रहा है. इसी तरह के एक मामले का खुलासा मंगलवार को हुआ है. यह खुलासा एक ट्रक के पकड़ाने के बाद हुआ. ट्रक पर अभ्रक डस्ट की बोरियां मिली. जब प्रशासन ने जांच की तो यह पता चला कि ट्रक पर मिली बोरियों को कोडरमा से लोड किया गया था, जिसे गिरिडीह शहर के बरगंडा स्थित कृतिका इंटरप्राइजेज नाम के एक गोदाम में अनलोड किया जाना था. जब प्रशासन की टीम पहुंची तो यहां माइक पावडर का भारी भंडारण मिला.
क्या है पूरा मामला: मंगलवार की सुबह नगर थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी और रेंजर एसके रवि द्वारा अभ्रक डस्ट लदे ट्रक को जब्त किया गया. ट्रक पकड़ाने के बाद थानेदार ने जांच की और पूरे मामले से आलाधिकारी को अवगत कराया. यहां जांच में कृतिका इंटरप्राइजेज का नाम सामने आया. इसके बाद एसडीएम विशालदीप खलखो के नेतृत्व में उक्त गोदाम पर छापेमारी की गई. टीम ने जब यहां छापेमारी की तो यहां पर अभ्रक पाउडर का भंडारण मिला. यहां एक दो नहीं बल्कि लगभग तीन हजार बोरियां मिली. एसडीएम के साथ गोदाम पहुंचे सीओ रविभूषण प्रसाद, थानेदार रामनारायण चौधरी समेत अन्य अधिकारियों ने जब गोदाम का अवलोकन किया तो देखा कि यहां पर कुछ मशीन लगी है. मशीनों से पावडर बनाया जाता है. जगह जगह पावडर बिखरा मिला.
नहीं मिले वैध कागजात: यहां अधिकारियों को पता चला कि गोदाम राजेन्द्र भरतिया का है. हालांकि यहां पर राजेन्द्र नहीं मिले. उनकी पत्नी और बेटा मिले जिन्होंने पाउडर के कागजात होने का दावा किया, लेकिन देर शाम तक कागजात प्रस्तुत नहीं कर सके. इसके बाद एसडीएम के निर्देश पर गोदाम को सील कर दिया गया. हालांकि गोदाम मालिक के द्वारा यह दावा किया गया कि उनका यह कारोबार वैध है.
क्या कहा एसडीएम ने: एसडीएम विशालदीप खलखो ने कहा कि ट्रक पकड़ाने के बाद कृतिका इंटरप्राइजेज में छापेमारी की गई. यहां पर तीन हजार बोरियों में लोड अभ्र्ख पावडर मिला है. गोदाम को सील करते हुए जांच की जा रही है.