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गिरिडीहः बाल तस्करी के संदेह में पति पत्नी गिरफ्तार, छह बच्चों को बंधक बनाने का आरोप

गिरिडीह में नाबालिगों को बहला फुसलाकर काम पर लगाने व जान मारने की धमकी देने के आरोप में एक दम्पति को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है.

बाल तस्करी
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Published : Aug 29, 2020, 1:51 AM IST

गिरिडीहः नाबालिगों को बहला फुसलाकर काम पर लगाने व जान मारने की धमकी देने के आरोप में एक दम्पति को जमुआ थाना पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया है. दम्पति देवरी थाना इलाके के मारुडीह के रहने वाले हैं. दोनों से पूछताछ की जा रही है. दरअसल शुक्रवार को एक साथ पांच नाबालिग खेतों में भाग रहे थे.

भागते-भागते ये सभी जमुआ थाना इलाके में आ पहुंचे. इस बीच बदहवास भाग रहे इन बच्चों पर कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फांउडेशन के कार्यकर्ता की नजर इन बच्चों पर पड़ी.

कार्यकर्ता ने बच्चों को रोका और उनसे भागने की वजह जानी. बच्चों ने यह बताया कि वे सभी बेंगाबाद थाना इलाके के दुधनियाटांड गांव के हैं. वे सभी कचरा चुनते हैं और इसी से उनका घर चलता है. शुक्रवार को एक महिला कंचन देवी ने उन पांचों के अलावा छह किशोर को बेहतर काम दिलाने के नाम पर ऑटो में बैठाकर मारुडीह ले आई.

बच्चों ने यह भी बताया कि वे जब मारुडीह पहुंचे तो महिला का पति बसंत डोम सभी को जान मारने की बात कहने लगा ऐसे में वे लोग वहां से भाग खड़े हुए.

यह भी पढ़ेंः झारखंड: यूपीएससी ने फिर लौटायी डीजीपी पैनल की फाइल, राज्य सरकार को सुप्रीम कोर्ट जाने का निर्देश

पांच लोग एक तरफ तो छठा साथी दूसरी ओर भाग निकला. फाउंडेशन के कार्यकर्ता ने बच्चों की बात सुनने के बाद इसकी जानकारी गांडों के मुखिया बृजनंदन तिवारी को दी. मुखिया ने भी पूरे मामले की जानकारी ली और इससे थाना प्रभारी सन्तोष कुमार को अवगत कराया.

सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और बच्चों को अपनी अभिरक्षा में लेते हुए परिजनों को सूचित किया गया. वहीं इस मामले की जांच शुरू की गयी.

इस मामले में थाना प्रभारी सन्तोष कुमार ने कहा कि मामला बच्चों से काम लेने का है या तस्करी का इसकी जांच की जा रही है. वैसे इस संदर्भ में एफआईआर दर्ज की गयी है. पति व पत्नी को गिरफ्तार किया गया है.

गिरिडीहः नाबालिगों को बहला फुसलाकर काम पर लगाने व जान मारने की धमकी देने के आरोप में एक दम्पति को जमुआ थाना पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया है. दम्पति देवरी थाना इलाके के मारुडीह के रहने वाले हैं. दोनों से पूछताछ की जा रही है. दरअसल शुक्रवार को एक साथ पांच नाबालिग खेतों में भाग रहे थे.

भागते-भागते ये सभी जमुआ थाना इलाके में आ पहुंचे. इस बीच बदहवास भाग रहे इन बच्चों पर कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फांउडेशन के कार्यकर्ता की नजर इन बच्चों पर पड़ी.

कार्यकर्ता ने बच्चों को रोका और उनसे भागने की वजह जानी. बच्चों ने यह बताया कि वे सभी बेंगाबाद थाना इलाके के दुधनियाटांड गांव के हैं. वे सभी कचरा चुनते हैं और इसी से उनका घर चलता है. शुक्रवार को एक महिला कंचन देवी ने उन पांचों के अलावा छह किशोर को बेहतर काम दिलाने के नाम पर ऑटो में बैठाकर मारुडीह ले आई.

बच्चों ने यह भी बताया कि वे जब मारुडीह पहुंचे तो महिला का पति बसंत डोम सभी को जान मारने की बात कहने लगा ऐसे में वे लोग वहां से भाग खड़े हुए.

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पांच लोग एक तरफ तो छठा साथी दूसरी ओर भाग निकला. फाउंडेशन के कार्यकर्ता ने बच्चों की बात सुनने के बाद इसकी जानकारी गांडों के मुखिया बृजनंदन तिवारी को दी. मुखिया ने भी पूरे मामले की जानकारी ली और इससे थाना प्रभारी सन्तोष कुमार को अवगत कराया.

सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और बच्चों को अपनी अभिरक्षा में लेते हुए परिजनों को सूचित किया गया. वहीं इस मामले की जांच शुरू की गयी.

इस मामले में थाना प्रभारी सन्तोष कुमार ने कहा कि मामला बच्चों से काम लेने का है या तस्करी का इसकी जांच की जा रही है. वैसे इस संदर्भ में एफआईआर दर्ज की गयी है. पति व पत्नी को गिरफ्तार किया गया है.

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