गिरिडीहः एक युवक ने पहले तलाकशुदा महिला से प्रेम विवाह किया. बाद में अनबन हुई तो खुद ही पत्नी की हत्या कर शव को निर्माणाधीन मकान के अंदर गाड़ दिया. हत्या के लगभग एक वर्ष बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ है. पुलिस ने इस मामले में आरोपी पति मनीष बरनवाल को गिरफ्तार किया है और मनीष की निशानदेही पर मृतका के कंकाल को जमीन के अंदर से निकाल कर जब्त करते हुए जांच के लिए भेज दिया गया है.
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जमीन से निकाला नरकंकालः मृतका के कंकाल को पचंबा थाना पुलिस ने गुरूवार की शाम गावां थाना क्षेत्र के इंडियन बैंक, माल्डा के बगल में एक निर्माणाधीन घर से बरामद किया है. इस दौरान खोरीमहुआ अनुमंडल के कार्यपालक दंडाधिकारी को बतौर मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था.
पति ने दर्ज करवाया था गुमसुदगी का मामला
एक साल से पुलिस कर रही थी जांचः बताया जाता है कि गावां के मालडा निवासी मनीष बरनवाल ने पंचबा थाना में 21 जनवरी 2022 को अपनी पत्नी आरजूमंद बानो के गायब होने का मामला दर्ज कराते हुए उसकी हत्या आरजूमंद बानो के मायके वालों पर करने की आशंका व्यक्त की थी. इसे लेकर पचंबा थाना में कांड संख्या 09/2022 अंकित किया गया था. दूसरी तरफ आरजूमंद बानो के भाई और पिता ने भी कोर्ट में आवेदन देकर उसके पति मनीष पर आरजूमंद की हत्या कर लाश को छुपाने का आरोप लगाया था.
पचंबा पुलिस इस कांड के उद्भेदन को लेकर पिछले एक वर्ष से लगातार प्रयासरत्त थी. पचंबा थानेदार मुकेश दयाल सिंह ने मामले के अनुसंधान को लेकर चार दिन पूर्व ही महिला के पति मनीष बरनवाल को पुछताछ के लिए हिरासत में लिया था. पूछताछ के क्रम में मनीष टूट गया और उसी की निशानदेही पर आरजूमंद बानो के नरकंकाल को बरामद किया गया है.
मौके पर मौजूद मजिरस्ट्रेट अरूण कुमार खलखो ने बताया कि पचंबा कांड संख्या 09/2022 में माल्डा से शव को बरामद किया गया है. मुझे केस के अनुसंधानकर्ता सह पंचबा थानेदार की मांग पर खोरीमहुआ एसडीएम ने यहां दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया था. मेरी देख-रेख में माल्डा में एक अर्धनिर्मित घर से कंकाल को बरामद किया गया है. मौके पर पचंबा पुलिस इंस्पेक्टर अनिल कुमार, पचंबा थानेदार मुकेश दयाल महतो, गावां थानेदार पिंटू कुमार, माल्डा के पूर्व मुखिया दिनेश पांडेय, पूर्व जिप सदस्य इमरान अंसारी समेत कई अन्य लोग मौजूद थे.
क्या है मामलाः गावां थाना क्षेत्र के ही नगवां निवासी तलाकशुदा मुस्लिम महिला आरजूमंद बानो का प्रेम गावां के मनीष बरनवाल से हो गया था. प्रेम होने के बाद वर्ष 2018 में दोनों गांव से भाग गए थे. इस मामले में आरजूमंद के पिता व भाई ने गावां थाना में कांड संख्या 111/2018 अंकित कर मनीष पर आरजूमंद के अपहरण का आरोप लगाया था. इसके बाद पुलिस ने फरार आरजूमंद और मनीष को बरामद कर गिरिडीह कोर्ट में पेश किया था. जहां 164 के बयान में आरजूमंद ने स्वेच्छा से मनीष के साथ भागने की बात कही थी. दोनों ने शादी करने का इच्छा व्यक्त की थी. इसके बाद दोनों ने शिव मंदिर में विवाह कर लिया और पचंबा थाना क्षेत्र में एक किराए के घर में रहने लगे.
इसी बीच 17 अप्रैल 2019 को इन्हें एक पुत्री भी हुई और सब सही चल रहा था. पचंबा थाना को दिए गए आवेदन के अनुसार लगभग तीन वर्ष बाद दोनों के बीच किसी तिसरे को लेकर खटपट शुरू हुई. मनीष का अरोप है कि आरजूमंद किसी अन्य युवक से घंटों मोबाइल से बातें करती थी और शादी डॉट कॉम पर आईडी भी बना रखी थी. इसी बीच अचानक वह गायब हो गई. इसके बाद दोनों पक्ष अलग-अलग आवेदन देकर आरजूमंद की हत्या कर शव को गायब करने का अरोप एक दूसरे पर मढ़ रहे थे.
मनीष ने स्वीकार किया अपराधः गिरिडीह डीएसपी संजय राणा ने बताया कि आरजूमंद की हत्या उसके पति मनीष ने ही की थी. हत्या के बाद गुमराह करने के लिए खुद ही पत्नी के अपहरण का मामला दर्ज करवाया था. पूछताछ में उसने गुनाह कबूल किया है और उसी की निशानदेही पर नर कंकाल मालडा से बरामद किया गया है. पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है. अगर इस मामले और किसी की संलिप्तता रही होगी, तो उन्हें भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.