गिरिडीह: सात जन्म का साथ निभाने का वादा कर पांच वर्ष पूर्व हेमराज ने रिंकी संग सात फेरे लिए थे. शादी रिंकी से की लेकिन दिल भाभी को दे बैठा. भाभी के प्रेम में पागल हेमराज अपनी पत्नी को रास्ते का कांटा समझ चुका था और 13 फरवरी को उसने रिंकी को मौत के घाट उतार दिया. इस घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो चुके हेमराज को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. गिरफ्तारी और जेल भेजने की पुष्टि डीएसपी संजय राणा ने की है. जेल जाने से पूर्व हेमराज ने जुर्म कबूल कर लिया है. उसने जो कुछ पुलिस को बताया वह किसी के भी रोंगटे खड़े कर दे. हेमराज ने बताया कि उसने किस तरह अपनी पत्नी को दर्दनाक मौत दी.
हैदराबाद में ही योजना बनकर पहुंचा था गिरिडीह: हेमराज ने पुलिस को बताया कि उसका अवैध संबंध भाभी से था. इसका विरोध उसकी पत्नी रिंकी लगातार कर रही थी. इसी बात को लेकर रिंकी के साथ उसका झगड़ा भी होता और बार बार पंचायत तक मामला पहुंच रहा था. झगड़े के कारण उसकी पत्नी अपने मायके गावां के चिंहुटिया में रह रही थी जबकि वह काम करने हैदराबाद चला गया था. हैदराबाद में ही उसने रिंकी की हत्या करने की योजना बना ली थी. तय योजना के अनुसार वह 11 फरवरी को ही हैदराबाद से गिरिडीह पहुंच गया. 11 और 12 फरवरी को वह गिरिडीह शहर में ही रुका. यहां पर उसने कहां पर हत्या करनी है और शव को किस स्थान पर ठिकाने लगाना है यह प्लान कर चुका था.
खतरे से अंजान खुशी से चहक उठी थी रिंकी: 12 फरवरी की रात को ही उसने रिंकी को फोन किया. उस वक्त रिंकी अपने मायके चिंहुटिया में थी. फोन पर हेमराज ने रिंकी को कहा कि उसने खाते में 4 हजार रुपया भेज दिया है, बैंक से पैसा निकालकर 2 हजार रुपया एक व्यक्ति को देना है जो पटना (गावां थाना क्षेत्र) चौक पर रहेगा. पति का फोन आने के बाद 13 फरवरी को रिंकी अपने पिता के घर से निकलकर बैंक पहुंची. यहां पैसा निकाल कर वह उस व्यक्ति को ढूंढने लगी जिसे हेमराज ने पैसा देने को कहा था. अभी रिंकी अनजान शख्श को ढूंढ ही रही थी तभी उसका चेहरा खिल उठा. उसने सामने हेमराज को पाया और चहक उठी. काफी दिनों के बाद पति को देख खिलखिलाते हुए कहा आप तो हैदराबाद में थे अचानक बिना बताए. इसपर हेमराज ने कहा सरप्राइज दिया ना. अब रिंकी ने हेमराज को चिंहुटिया (मायके) चलने को कहा लेकिन हेमराज तैयार नहीं हुआ और पहले अपने घर हीरोडीह के टिकोडीह चलने को कहा. यह भी कहा कि टिकोडीह से दोनों वापस अपनी गाड़ी से चिंहुटिया आयेंगे. पति की बात पर रिंकी सहमत हो गई. इसके बाद दोनों सवारी वाहन पर सवार होकर टिकोडीह की तरफ निकल गए.
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घंघरीकुरा पुल पर उतरे दोनों: हेमराज ने पुलिस को बताया कि तय योजना के अनुसार तिसरी थाना इलाके के घंघरीकुरा पुल पर उसने गाड़ी रुकवाया और दोनों यहीं पर उतर गए. उतरते ही थोड़ी देर पुल पर खड़ा होकर रिंकी संग बात किया और यह भी कहा कि बहुत दिनों बाद मिले हैं किनारे चलकर प्रेम की बात करते हैं. यह बात सुनकर रिंकी खिलखिला उठी और बांह में बांह डाल दोनों पुल के नीचे उतर आए. नीचे कोई नहीं था और उसने रिंकी को सीने से लगा लिया. रिंकी को खुशी का ठिकाना नहीं था. वह भावुक भी हो चुकी थी तभी उसने रिंकी के गले पर हाथ फेरना शुरू किया और चन्द सेकेंड में ही हथेली को कस दिया. रिंकी छटपटाने लगी और कुछ मिनट में ही उसने दम तोड़ दिया. जब रिंकी की सांस ने चलना बंद कर दिया तो उसने उसके चेहरे पर बड़ा सा पत्थर दे मारा जिससे चेहरा पूरी तरह से क्षत विक्षत हो गया.
हत्या के बाद हो गया दिल्ली फरार: हेमराज ने बताया कि हत्या करने के बाद वह रांची और बाद में दिल्ली पहुंच गया. दिल्ली से उसने वीडियो कॉलिंग कर साले से बात की. वीडियो कॉलिंग में उसने यह बताने का प्रयास किया कि वह तो दिल्ली में है तो आखिर हत्या कैसे कर सकता है. हालांकि रिंकी के मायकेवाले उसकी बातों में नहीं आये और पुलिस के सामने साफ कहा कि हत्या हेमराज ने ही की है.
विशेष टीम ने किया गिरफ्तार: इस हत्याकांड को गंभीरता से लेते हुए गिरिडीह के एसपी अमित रेणू ने विशेष टीम का गठन किया. टीम की अगुवाई का जिम्मा खोरीमहुआ एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो को दिया गया. टीम में इंस्पेक्टर सहदेव प्रसाद, गावां थाना प्रभारी पिंटू कुमार, तिसरी थाना प्रभारी पीकू प्रसाद के अलावा टेक्निकल टीम को शामिल किया गया. 14 फरवरी को लाश मिलने के बाद टीम जांच में जुट गई. 15 फरवरी तक यह साफ हो गया कि रिंकी की हत्या उसके पति हेमराज ने ही की है. अब हेमराज की खोज शुरू की गई. इस बीच हेमराज दिल्ली से वापस कोडरमा पहुंच गया. कोडराम से वह अपने घर टिकोडीह की तरफ निकला तो खोरी महुआ के पास उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. डीएसपी संजय राणा ने बताया कि रिंकी की हत्या 13 फरवरी को हुई थी. 14 फरवरी को शव मिला था जिसकी पहचान के बाद मृतका के पिता लखन महथा ने हत्या की प्राथमिकी दर्ज करवाई थी. जांच में साक्ष्य मिलने पर हेमराज को गिरफ्तार किया गया. हेमराज ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.