गिरिडीह: जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र में लोन की रकम लौटाने के दबाव के कारण आत्महत्या करने वाली महिला के पति बबलू अंसारी की मौत हो गयी. पत्नी की मौत के दो दिन बाद ही उनके भी प्राण चले गए. पत्नी की मौत का सदमा वे बर्दाश्त नहीं कर सके. पति-पत्नी दोनों के निधन से पूरा परिवार बिखर गया. माता-पिता का साया सिर से उठ जाने से बच्चे गम में डूबे हुए हैं. दोनों परिवारों में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है.
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पति-पत्नी की मौत की सूचना मिलने के बाद शुक्रवार को माले नेता राजेश यादव के नेतृत्व में एक टीम पीड़ित परिवार के घर पहुंची और शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी. माले नेता राजेश यादव ने घटना के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है.
माले नेता ने की पीड़ित परिवार की सहायता की मांग: मौके पर माले नेता राजेश यादव ने कहा कि सरकार बड़े-बड़े उद्योगपतियों और पूंजीपतियों का भारी भरकम लोन माफ कर देती है. लेकिन वहीं दूसरी ओर गरीब परिवार जब लोन नहीं चुका पाते तो उन्हें प्रताड़ित किया जाता है. गरीब परिवार कर्ज वापसी के दबाव से तंग आकर आत्महत्या कर रहे हैं, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने सरकार से उन सभी गरीब परिवारों का कर्ज माफ करने की मांग की है, जो कर्ज चुकाने में असमर्थ हैं. मौके पर उन्होंने प्रशासन से पीड़ित परिवार के भरण-पोषण के अलावा अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है. साथ ही तीनों अनाथ बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था सरकारी आवासीय विद्यालय में करने की मांग की है, ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित रहे.
09 अक्टूबर को महिला ने की थी आत्महत्या: बता दें कि 9 अक्टूबर को बेंगाबाद के खंडोली निवासी 30 वर्षीय जैबुन खातून ने माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लिया गया लोन लौटाने के दबाव में आत्महत्या करने की कोशिश की थी. जिसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. पत्नी की मौत के दो दिन बाद 11 अक्टूबर को उनके पति बबलू अंसारी की भी मौत हो गयी. मृतक के तीन बच्चे हैं, जिनमें दो लड़कियां और एक लड़का शामिल है. जैबुन की आत्महत्या के मामले में बेंगाबाद थाने में लोन रिकवरी एजेंट के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.