गिरिडीह: डुमरी प्रखंड के माकन गांव में वन विभाग के बनाए गए 2 मिट्टी के चेक डैम बारिश के दौरान बह गए. जिसकी वजह से पानी का बहाव तेज हो गया. जिसकी चपेट में 2 घर और 8 मवेशी आ गए.
डैम का निर्माण गिरिडीह पूर्वी वन प्रमंडल के वन पर्यावरण और जलवायु परिर्वतन विभाग ने 2 माह पहले ही कराया था. 6-6 लाख की लागत से मरघटिया नाला में बनाये गये चेक डैम के बहने से कार्य की गुणवत्ता पर सवालिया निशान उठने लगे हैं.
जानकारी के अनुसार पिछले दिनों हुई बारिश के कारण नाले से पानी का बहाव तेज होने के कारण मिट्टी से बने दोनों बांध टूट गये. बांध के टूटते ही नाले में पानी का बहाव काफी तेज हो गया. जिससे पानी ने अपने रास्ते में आने वाली सभी पेड़-पौधे को तहस-नहस कर दिया. इससे कई खेतों में लगे धान की फसल को भी काफी नुकसान हुआ है.
डैम के टूटने के बाद पानी सड़क पार बने घर में घुस गया और अपने साथ सबकुछ बहा ले गया. जिसमें माकन गांव निवासी बालेश्वर महतो और रामेश्वर महतो के घर क्षतिग्रस्त हो गए. जिसमें 8 मवेशी समेत घर के सारे अनाज बह गए. इस बात की सूचना होने पर वन विभाग के कर्मी और पंचायत की मुखिया कौशल्या ने गांव पहुंचकर परिवार के सदस्यों से मुलाकत की. मुखिया ने दोनों पीड़ित परिवार को 25-25 किलो चावल और 500-500 रुपये का सहयोग किया.
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क्या कहते हैं रेंजर
इस संबंध में पूछे जाने पर रेंजर राजीव रंजन ने कहा कि जल संरक्षण को लेकर दोनों चैक डैम का निर्माण कराया गया था. प्राक्कलित राशि के अनुसार डैम का निर्माण 180 फीट करना था. लेकिन इस डैम को 210 फीट का बनवाया था. तेज बारिश में डैम का करीब 20 फीट हिस्सा पानी के तेज बहाव में बह गया और बाद में दोनों बांध टूट गए. विभाग के द्वारा घरवालों के हुए नुकसान का जायजा लिया गया है. नुकसान की भरपाई कराई जाएगी.