गिरिडीह: शूटिंग के बेहतरीन खिलाड़ी शाहनवाज अंसारी इस बार राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल नहीं हो पाएंगे. वजह, मई में होने वाली 12वीं की परीक्षा. बता दें कि शहनवाज ने राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के लिए क्वॉलीफाई किया है. महज 17 साल की उम्र वाले शाहनवाज अंसारी ने कई जगहों पर शूटिंग प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की है. शाहनवाज के पेरेंट्स और पूरे गांव को उनपर गर्व है.
ये भी पढ़ें- रांची में बढ़ा मच्छरों का प्रकोप, नगर निगम के पास नहीं है फॉगिंग की पूरी व्यवस्था
मेहनत से मिलती गई सफलता
शाहनवाज पिछले पांच सालों से शूटिंग में अपनी किस्मत आजमाते रहे हैं. सबसे पहले साल 2019 में डीएवी की ओर से आयोजित नेशनल गेम में भाग लिया था. यहां उन्होंने बेहतर खेल दिखाया. इसे देखकर पिता मोहम्मद मनीर आलम और माता गुलशन आरा को लगा कि उनका बेटा बेहतर खिलाड़ी बन सकता है. ऐसे में दम्पति ने शाहनवाज को प्रशिक्षण दिलवाने की ठानी. इसके बाद शाहनवाज को प्रशिक्षण के लिए रांची के एकलव्य शूटिंग रेंज क्लब भेजा गया. वहां चार महीने का प्रशिक्षण लेने के बाद रांची जिले में आयोजित प्रतियोगिता में शहनवाज ने हिस्सा लिया और राज्य की टीम के लिए क्वॉलीफाई किया. 10 दिसंबर 2020 को देवघर में आयोजित स्टेट शूटिंग प्रतियोगिता में शहनवाज ने भाग लिया और बेहतर प्रदर्शन करते हुए ईस्ट जोन के लिए क्वॉलीफाई कर लिया. आसनसोल में आयोजित प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करते हुए शहनवाज ने नेशनल के लिए क्वॉलीफाई किया है.
![giridih's outstanding shooter Shahnawaz will not participate in national competition due to board exams](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11125166_image2.jpg)
ये भी पढ़ें- किसानों के आंदोलन को माओवादियों का सपोर्ट, 26 मार्च के भारत बंद का करेंगे समर्थन
परीक्षा के बाद भी होगी तैयारी
नेशनल क्वॉलीफाई कर चुका शाहनवाज का कहना है कि नेशनल प्रतियोगिता 14 अप्रैल से 28 अप्रैल तक है. वहीं मई में 12वीं की परीक्षा भी है. ऐसे में इस बार वह राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल नहीं होंगे. परीक्षा के बाद अगस्त से दोबारा तैयारी करेंगे और बेहतर प्रदर्शन कर आगे की प्रतियोगिता में भाग लेंगे
![giridih's outstanding shooter Shahnawaz will not participate in national competition due to board exams](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11125166_image1.jpg)
कष्ट में रहे पिता, फिर भी दिलाई राइफल
अभिनव बिंद्रा की तरह देश का नाम पूरे विश्व में रोशन करने की ख्वाहिश लेकर जी रहे शाहनवाज के इस सपने को पूरा करने में उनके पिता-माता का हाथ भी है. काफी परेशानियों का सामना करने के बाद भी पिता मनीर ने अपने बेटे के लिए साढ़े तीन लाख रुपए में जर्मनी से राइफल मंगवाई. पेरेंट्स चाहते हैं कि उनका बेटा देश के लिए कुछ बेहतर करे.
विश्व में नाम रोशन करने की तमन्ना
शाहनवाज के प्रदर्शन से गांव के लोग भी काफी खुश हैं. मुखिया हरगौरी साहू ने भी ये उम्मीद जताई है कि शाहनवाज एक दिन विश्व में गांव का नाम रोशन जरूर करेगा.