गिरिडीहः खनिज पदार्थ व जैन तीर्थस्थल से प्रसिद्ध गिरिडीह की एक पहचान स्वादिष्ट मिठाइयां भी है. यहां तरह तरह की मिठाई बनती है, जिसका स्वाद अदभुत होता है साथ ही साथ कीमत काफी वाजिब भी रहती है. ऐसी ही मिठाइयों में खीरकदम व खीरमोहन भी है. खीरकदम सूखे रसगुल्ले पर खोया की परत चढ़ा कर बनायी जाती है.
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इस मिठाई की दीवानगी यहां के लोगों के सिर चढ़कर है. यहां के लोग जब भी गिरिडीह के बाहर अपने रिश्तेदारों के पास जाते हैं तो इस मिठाई को बतौर संदेश लेकर ही जाते हैं. इतना ही नहीं बाहर से गिरिडीह आने वाले लोग भी इस मिठाई को यहां से खरीदकर जाते हैं. कहा जाता है कि गिरिडीह के इस मिठाई के बगैर यहां के लोगों का पर्व फीका ही रहता है. सामाजिक संस्था से जुड़े पत्रकार आलोक रंजन कहते हैं कि इस मिठाई का स्वाद के साथ साथ कीमत भी काफी वाजिब है.
मिठाई से सजी दुकानेंः इस बार दीपावली में दुकानदारों ने विभिन्न तरह की मिठाइयां बनायी हैं. सभी की बिक्री जोरों पर है लेकिन लोग खीरकदम जरूर खोज रहे हैं. दुकानदार कहते हैं गिरिडीह का खीरकदम ऐसी मिठाई है जिसकी मांग सालों भर रहती है.
खास है इसका स्वादः अब तो खीरकदम पश्चिम बंगाल व गिरिडीह के साथ साथ दूसरे स्थान पर भी मिलती है. लेकिन जो स्वाद गिरिडीह शहर की दुकानों में मिलती है वह कहीं पर नहीं है. मृत्युंजय सिंह व रितेश यादव कहते हैं कि कम कीमत और बेहतरीन टेस्ट के कारण लोग इसे खूब पसंद करते हैं. कहा जाया तो पर्व त्यौहार में अगर स्वाद से भरा खजाना चखना है तो इस खीरकदम को जरूर खायें और वाह वाह करते जाएं.