गिरिडीहः जिला की पुलिस ने इस बार एक ऐसे ठग को पकड़ा है, जिसने यूट्यूब में लोड वीडियो से अपराध की ट्रेनिंग ली और फिर एटीएम बूथ के अंदर जाकर लोगों को ठगने लगा. यह युवक जिस तरह लोगों के पैसे पर हाथ साफ कर रहा था, उसे जानकर आप परेशान हो जायेंगे. हालांकि पुलिस की पकड़ में आने और गिरिडीह एसपी दीपक शर्मा के द्वारा काउंसलिंग करने के बाद जेल जाने से पूर्व युवक ने अपराध से तौबा करने की बात कही है.
बता दें कि पकड़ा गया आरोपी बिहार के गया जिला अंतर्गत फतेहपुर थाना इलाके के धनेता गांव निवासी 22 वर्षीय संजीव कुमार है. संजीव को मुफस्सिल थाना अंतर्गत महतोडीह पिकेट में पदस्थापित सहायक अवर निरीक्षक सुबोध कुमार दास ने पकड़ा है. पकड़े गए युवक के पास से एटीएम स्लॉट के साइज की 6 पट्टी, करेंसी फंसाने का स्टील के औजार और बाइक मिली है. इसकी पुष्टि एसपी दीपक कुमार ने की है. गिरफ्तारी के बाद सोमवार की देर शाम को पुलिस निरीक्षक श्यामकिशोर महतो व अवर निरीक्षक हसनैन अंसारी ने संजीव को न्यायालय में प्रस्तुत किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में केंद्रीय कारा भेजा गया.
ऐसे करता था ठगीः पकड़ाए संजीव ने बताया कि यूट्यूब पर साइबर ठगी से लेकर एटीएम से फ्रॉड करने की ढेरो वीडियो हैं. इन्हीं वीडियो में से एक वीडियो में बताया गया कि एटीएम में पैसा निकासी करने के दौरान यदि पैसा नहीं निकलता है तो वह रकम एटीएम के कैस ड्रावल स्लॉट में 15 मिनट तक फंसा रहता है. इसी 15 मिनट का फायदा उठाकर लोगों को ठगा जा सकता है. इस वीडियो में यह बताया गया कि यदि कैश ड्रावल स्लॉट के साइज में चदरा या सनमाइका की लंबाई-10 इंच चौड़ाई 2 इंच की पट्टी बनाकर उसके हॉल को बंद कर दिया जाए तो पैसा फंस जाएगा और 15 मिनट के अंदर यदि पट्टी को हटा लिया जाए तो पैसा निकाला जा सकता है.
इसी वीडियो को देखने के बाद उसने अपने साथी बिहार के नवादा जिला अंतर्गत सिरदल्ला निवासी दीपु कुमार उर्फ छोटू ( पिता रामबली यादव) के साथ एटीएम आने वाले लोगों को निशाना बनाना शुरू किया. वह अपने साथी के साथ ऐसे एटीएम बूथ पर पहुंचता था जहां कोई गार्ड नहीं रहता. यहां मौका पाकर वह कैश ड्रावल स्लॉट पट्टी लगा देता. यहां जब कोई पैसा निकालने आता और रकम नहीं निकलता तो दोनों पहुंचते और फिर पैसा निकालने वाले व्यक्ति को एटीएम बूथ से किसी तरह से हटा देते. उसके जाते ही वह बूथ के अंदर दाखिल होता और फिर स्लॉट पर लगाए गए पट्टी को हटाकर पैसा निकाल कर रफूचक्कर हो जाते. बताया कि उसने गिरिडीह के अलावा कोडरमा में इस तरह की हरकत की है.
डांडीडीह में दबोचा गया संजीवः पुलिस ने बताया कि 24 दिसंबर को मुफस्सिल थाना इलाके के अलगुंदा निवासी संजय कुमार सिंह ने शिकायत की. बताया कि डांडीडीह स्थित बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में पैसा निकासी करने गये थे निकासी के क्रम में ट्रांजेक्सन से 10,000 रूपये निकासी का मैसेज इनके मोबाइल पर आया लेकिन पैसा नहीं निकला. वो अपने एक परिचित को एटीएम के पास रखकर दूसरा एटीएम लाने गए. इसी क्रम में इनके साथी द्वारा बताया गया कि दो व्यक्ति एटीएम के कैश स्लॉट में कुछ छेड़-छाड़ कर रहे हैं. इस सूचना पर पुलिस पहुंची तो संजीव पकड़ा गया. हालांकि उसका साथी फरार हो गया.
एसपी ने की पूछताछः इधर पकड़ में आए संजीव से एसपी दीपक कुमार शर्मा ने भी पूछताछ की. पूछताछ में युवक ने अपना जुर्म कबूल किया. यह भी बताया कि उसने यूट्यूब के वीडियो से इस अपराध को सीखा है. अब जेल जाते वक्त युवक ने कहा कि वह आगे से अपराध करेगा ही नहीं. युवक संजीव का कहना है कि पुलिस के समझाने के बाद वह समाज की मुख्य धारा में लौटेगा.
ऐसे वीडियो पर प्रतिबंध को लेकर लिखा जाएगा पत्रः एसपी दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि यूट्यूब समेत सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्म पर अपराध करने के तरीके से जुड़े कई वीडियो अपलोड हैं. ऐसे वीडियो पर प्रतिबंध लगाने के लिए वे पत्राचार करेंगे. एसपी ने कहा कि कमाई के लिए अपराध का रास्ता चुनने वाले सुधर जाएं नहीं तो इनकी जगह सिर्फ जेल है.
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