गिरिडीह: डुमरी निवासी नरेश साव के घर शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की एक टीम पहुंची और कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण के बारे में पूछताछ की. टीम में जिला कुष्ट पदाधिकारी काली दास मुर्मू, आईडीएफसी विभाग के दीपक कुमार, मरेलिया विभाग के पंकज कुमार और डुमरी रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक पदाधिकारी डॉ अजय कुमार शामिल थे.
चाईना से लौटा था युवक
विभाग को सूचना मिली थी कि डुमरी निवासी नरेश साव का बेटा सिंकू कुमार चीन से अपने घर वापस आया था. उसी के आधार पर टीम उसके घर पहुंची और सिंकू के चीन से इंडिया आने के बारे में उनके परिवारवालों से जानकारी ली. टीम के सदस्यों को उसके बड़े भाई बिपिन ने बताया कि रोशन 13 जनवरी को डुमरी आया था और 5 फरवरी को दिल्ली चला गया. इस दौरान टीम के सदस्यों ने घर के सदस्यों से बुखार, खांसी, सर्दी-जुकाम और शरीर में दर्द रहने की समस्या के बारे में पूछा.
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परिवार के किसी भी सदस्य में नहीं है लक्षण
परिवार के सद्स्यों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को बताया कि इस तरह के कोई भी लक्षण परिवार के किसी भी सदस्य को नहीं है. इस संबंध में जांच के लिए पहुंची जिला कुष्ठ पदाधिकारी डॉ काली चरण ने बताया कि सूचना मिली है कि गिरीडीह में चार लोग चीन से लौटे हैं, जिसमें डुमरी प्रखंड में एक, गिरीडीह टाउन में दो और धनवार प्रखंड के घोरथंभा में एक.
चीन में कोरोना वायरस
पदाधिकारी ने बताया कि चीन में कोरोना वायरस फैला हुआ है, इसलिय वे पता कर रहे हैं कि ये लोग भी तो इस संक्रमण से ग्रसित तो नहीं हैं. उनका कहना है कि ऐसे लोगों को 14 दिनों तक अपनी निगरानी में रखेंगे. अगर इन 14 दिनों में इन लोगों को सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार और शरीर में किसी तरह काीतकलीफ हो रही हो तो उसे इलाज के लिए हाइयर सेंटर भेजा जाएगा.