गिरिडीहः डुमरी प्रखंड के लोहेडीह पंचायत से अपने माता पिता के सपनों को पूरा करने के लिए चेन्नई काम करने गई 17 वर्षीय लड़की का शव तीन दिनों के बाद उसके परिजनों को मिला. मृतिका का शव लेकर पहुंचे जेएसएलपीएस के बीपीएम राजेश कुमार को ग्रामीणों ने घेर लिया. ग्रामीणों ने शव का फिर से पोस्टमार्टम करने की मांग करते हुए शव को लेने से इंकार कर दिया. इस हंगामें के बीच विधायक जगरनाथ महतो, प्रमुख यशोदा देवी और भाजपा केंद्रीय कार्य समिति सदस्य प्रदीप साहू पहुंचे. जिन्होंने मामले को संभालते हुए परिजनों के साथ दुख बयां किया.
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक 4 लड़कियों ने धनबाद स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास केन्द्र में 3 माह के प्रशिक्षण लिया था. प्रशिक्षण लेने के बाद 14 अगस्त को प्रखंड के लोहेडीह से प्रियंका कुमारी, कुमकुम कुमारी, किरण कुमारी और भारती कुमारी को नौकरी दिलाने के लिए चेन्नई ले जाया गया था. जिसके बाद चारों युवतियों को चेन्नई के 61 सी समीनाथपुरम सेकेंड स्ट्रीट अनुप्पारपलयम तिरूपुर स्थित आर्मस्ट्रॉंग निटिंग मिल में नौकरी दिलाई गई. जिस मिल में युवतियां काम कर रहीं थी उस मिल से बुधवार को लोहेडीह निवासी मनोज साव को फोन कर जानकारी दी कि उसकी 17 वर्षीय पुत्री भारती कुमारी की मौत हो गई है. उसने बताया कि भारती का शव पंखे से लटका हुआ मिला. जिसकी फोटो उन्होंने मृतिका के पिता को भेजी.
मृतिका के पिता का क्या है कहना
मृतिका के पिता मनोज साव का कहना है कि कौशल विकास योजना का हैदर नामक व्यक्ति उनकी पुत्री भारती को नौकरी दिलाने के नाम पर चेन्नई ले गया था. इसके साथ गांव की 4 और भी लड़कियां गई थीं. बेटी काम करने के दौरान जब भी फोन करती थी तो रो-रोकर कहती थी कि हम यहां आकर फंस गये हैं. यहां से जाने के बाद दोबारा काम करने नहीं आएंगे. मनोज साव ने यह भी बताया कि 12 घंटे तक काम कराने के बाद वेतन के नाम पर 62 सौ रुपए दिए जाते थे. मनोज ने कहा कि उसे शंका है कि उसकी बेटी के साथ कुछ गलत हुआ है, इसलिए फिर से पोस्टमार्टम कराया जाए ताकि मौत के कारणों का पता चल सके. मनोज साव ने कहा कि कंपनी के लोगों से जब मृतका के साथ गई अन्य लड़की से बात कराने को कहा गया तो कंपनी के लोग किसी दूसरी लड़की से बात करा रहे थे, इससे यह मामला संदेहास्पद लग रहा है.
मृतिका के शव को फिर से पोस्टमार्टम का दिया आदेश
वहीं, दूसरी तरफ प्रमुख यशोदा देवी और भाजपा नेता प्रदीप साहू ने भी मेडिकल टीम का गठन कर पोस्टमार्टम कराने की मांग की. साथ ही गांव से गई अन्य युवतियों को सुरक्षित गांव पहुंचाने की मांग है. घटना की सूचना पर डुमरी एसडीएम प्रेमलता मुर्मु और बीडीओ सोमनाथ बंकिरा पहचें ग्रामीणों ने उनके समक्ष री-पोस्टमार्टम की बात कही. इस बात पर एसडीएम ने गिरिडीह के उपयुक्त को इस बात की जानकारी दी जिसके बाद डीसी ने री पोस्टमार्टम के आदेश दिया है.