गिरिडीह: बगोदर वन प्रक्षेत्र में संचालित दो अवैध आरा मिलों पर वन विभाग ने छापेमारी की है. इस दौरान जेसीबी लगाकर दोनों आरा मिलों को जड़ से नष्ट कर दिया है. वन विभाग के द्वारा रविवार को यह कार्रवाई बगोदर के ध्वैया में की गई है. दोनों आरा मिलों को ध्वस्त करते हुए लगभग डेढ़ लाख रुपये की संपत्ति को भी जब्त किया गया है.
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किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई: हजारीबाग पूर्वी वन प्रमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर वन विभाग के द्वारा यह कार्रवाई की गई. मामले में आरा मिल के दो संचालक क्रमशः विनोद कुमार महतो एवं नारायण महतो उर्फ नरेंद्र कुमार वर्मा के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 41, 42 एवं बिहार काष्ठ चिराग अधिनियम 1990 की धारा 9, 10 एवं 14 के तहत वन मुकदमा दर्ज किया गया है. हालांकि मौके पर किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.
रेंजर सुरेश राम ने क्या कहा: छापेमारी अभियान का नेतृत्व रेंजर सुरेश राम कर रहे थे. उन्होंने बताया कि मौके से आरा मिल, आरा हाथी, प्लेटफार्म, डीजल इंजन सहित विभिन्न किस्म की लकड़ियों का बोटा बरामद किया गया है. बरामद सामानों की कीमत डेढ़ लाख के करीब बताई जा रही है. उन्होंने कहा है कि अवैध आरा मिलों के खिलाफ इलाके में लगातार छापेमारी की जा रही है और आगे भी जारी रहेगी. छापेमारी अभियान में फॉरेस्टर अंशु कुमार, सिपाही भुनेश्वर मंडल, हीरामन कुमार, डीलो रविदास, कुंदन कुमार दास, रंजन कुमार, अमन राज कुमार, देवनारायण दास, उदय केशरी, संजीत वर्मा, विशाल कुमार, सुनिल यादव, हैदर अली, परमेश्वर महतो, विनोद गंजु, सोमनाथ मोदक आदि शामिल थे.