गिरिडीह: रांची से गिरिडीह आ रही तेज रफ्तार बाबा सम्राट बस के बराकर नदी में गिरने की घटना में चार की मौत और कई के घायल होने की घटना से सभी मर्माहत हैं. घटना के बाद जब दुर्घटनाग्रस्त बस के कागजात की पड़ताल हुई तो मामला चौंकाने वाला निकला. जेएच 07एच 2906 नंबर की इस बस का बीमा दोपहिया के मोड में निकला. ऐसे में मृतकों के परिजनों के साथ-साथ घायलों को वाहन दुर्घटना का मुआवजा मिलने में परेशानी आ सकती है. इस विषय पर गिरिडीह सदर विधायक सुदिव्य कुमार से ईटीवी भारत ने बात की.
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विधायक से यह पूछा गया कि इस तरह का मामला गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है. ऐसे में किस तरह की कार्रवाई सरकार के स्तर से होगी. इस सवाल पर विधायक ने साफ कहा कि उन्हें भी स्कूटर के बीमा पर बस के परिचालन की जानकारी मिली है. यह काफी गंभीर मामला है. इस विषय को लेकर गिरिडीह के डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने चार अधिकारियों की एक कमेटी बना दी है. रिपोर्ट आते ही जो भी गड़बड़ी होगी. वह सामने आ जायेगी. इसके लिए चाहे जो भी व्यक्ति जिम्मेदार हैं, उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी.
विधायक ने कहा कि मानव जीवन से खिलवाड़ करने वाले कोई भी हों, हेमंत सोरेन की सरकार किसी को बख्शने वाली नहीं है. मृतक के परिजनों के साथ-साथ घायलों को इंसाफ मिले, इसके लिए सरकार स्तर से कार्रवाई की जायेगी. साथ ही साथ इस तरह की हरकत आगे कोई नहीं कर सके, विभाग भी अपनी जवाबदेही का निर्वहन सही से करें, इसे लेकर भी स्पष्ट संदेश दे दिया गया है.
मुख्यमंत्री राहत कोष से भी होगी सहायता: विधायक ने कहा कि घटना के बाद मृतक के परिजनों को आपदा राहत कोष से एक-एक लाख की सहयोग राशि दी गई है. मृतक के परिजनों को आगे भी सहायता की जाए, इसके लिए मुख्यमंत्री के संज्ञान में इस मामले को डाला गया है. पूरा प्रयास है कि सरकार के स्तर से जो भी सहायता होगी, वह दी जाएगी. यहां बता दें कि 5 अगस्त की शाम को रांची से गिरिडीह आ रही बाबा सम्राट बस बराकर पुल से नीचे नदी में गिर गई थी. इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी. हालांकि, कांवरियों, स्थानीय लोग, स्थानीय विधायक, डीसी-एसपी, भाजपा-झामुमो और कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दल के लोगों के अलावा कइयों के प्रयास से बस में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया और घायलों को अस्पताल भेजा गया. इस सामूहिक प्रयास से बस के अन्य यात्रियों की जान बची.