रांची: जिले के बिल्डर और अखबार के मालिक अभय सिंह (अब दिवंगत) से 2 करोड़ रुपये रंगदारी मांगने और उनके दफ्तर पर फायरिंग, विस्फोट की साजिश के मामले में गैंगस्टर सुजीत सिन्हा को पुलिस ने चार दिन की रिमांड पर लिया है. बरियातू थाने की पुलिस उससे कई मामलों में पूछताछ करेगी.
घाघीडीह जेल से सुरक्षा में लाया गया
रांची की कोर्ट से रिमांड मिलने के बाद उसे जमशेदपुर के घाघीडीह जेल से कड़ी सुरक्षा में रांची लाया गया है. पुलिस ने सुजीत सिन्हा से पूछताछ शुरू कर दी है. पूछताछ में सुजीत सिन्हा के कई राज खोलने की उम्मीद है. पुलिस उससे यह पता लगाएगी कि रांची में किन-किन बड़े व्यवसायियों से उसने रंगदारी मांगी है और कौन-कौन उसके निशाने पर है.
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बता दें कि बीते 17 अगस्त को पुलिस ने चार अपराधियों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया था कि सुजीत सिन्हा के इशारे पर ही बिल्डर से दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी और उनके दफ्तर पर फायरिंग की गई थी. फायरिंग के लिए पीएलएफआई उग्रवादी परमेश्वर गोप ने पिस्तौल, कार्बाइन, गोलियां और हैंड ग्रेनेड बम उपलब्ध कराया था. बाद में पुलिस ने परमेश्वर गोप को भी दबोच लिया था. फायरिंग मामले में पुलिस ने बरियातु थाना क्षेत्र के न्यू एरिया मोरहाबादी निवासी रवि रंजन पांडेय व सरई टांड़ निवासी अमित उरांव, कांके थाना क्षेत्र के अरसंडे निवासी फिरोज अंसारी, गुमला जिले के कानाटोली निवासी कुलदीप गोप को गिरफ्तार किया था. इनसे पहले अमन साव को भी पुलिस ने दबोच लिया था.
बिल्डर से रंगदारी प्रकरण में अब तक तीन केस दर्ज
दिवंगत बिल्डर अभय सिंह से रंगदारी प्रकरण में अब तक तीन एफआईआर दर्ज किए जा चुके हैं. तीनों एफआईआर बरियातू थाने में दर्ज हुए हैं. इसमें पहली प्राथमिकी 6 अगस्त को रंगदारी मांगने के मामले में दर्ज हुई थी. दूसरी प्राथमिकी 15 अगस्त को बिल्डर अभय सिंह के दफ्तर पर फायरिंग के मामले में दर्ज की गई थी और तीसरी एफआईआर हथियार मिलने और ग्रेनेड बम मिलने को लेकर 17 अगस्त को दर्ज किया गया था.
15 अगस्त की दोपहर की गई थी फायरिंग
बाइक सवार दो अपराधियों ने 15 अगस्त की दोपहर अभय सिंह के ऑफिस में फायरिंग की थी. इसमें ऑफिस गार्ड प्रकाश कुमार बाल-बाल बच गया था. फायरिंग करने के बाद अपराधी बोडेया की तरफ भागे थे. दोनों अपराधी पल्सर बाइक से हेलमेट लगा कर पहुंचे थे.
सुजीत सिन्हा के नाम पर अभय सिंह से मांगी गई रंगदारी
बीते 6 अगस्त को अभय कुमार सिंह को व्हाट्सअप कॉल कर दो करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी. रंगदारी मांगने वाले ने इंटरनेट कॉल से मैसेज किया था, जिसमें खुद को गैंगस्टर सुजीत सिन्हा गैंग का मयंक सिंह बताया था. रंगदारी के लिए मैसेज मिलने के बाद अभय सिंह ने बरियातू थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. रंगदारी के लिए किए गए मैसेज में कहा गया था कि रंगदारी नहीं मिलने और मोरहाबादी क्षेत्र में पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर समरेंद्र प्रसाद के साथ जो हुआ था, वही अंजाम भुगतना होगा.