गिरिडीह: गांडेय विधानसभा के पूर्व विधायक डॉ. सरफराज अहमद के विधायकी से इस्तीफे के बाद सुबह से ही झारखंड के राजनीतिक गलियारे में हलचल मची हुई है. डॉ अहमद के विधानसभा से इस्तीफे को लेकर काफी अटकलें चल रही थीं. लेकिन इस संबंध में उनके बयान के बाद फिलहाल सभी अटकलों पर विराम लग गया है. ईटीवी भारत संवाददाता ने पूर्व विधायक डॉ सरफराज अहमद से फोन पर बात की. अपने इस्तीफे को लेकर डॉ. सरफराज अहमद ने कहा कि यह उनका निजी फैसला है. झारखंड में राजनीतिक उथल-पुथल को देखते हुए उन्होंने अपने अनुभव के आधार पर इस्तीफा देने का फैसला किया.
डॉ. सरफराज अहमद ने कहा कि उन्होंने हमेशा अपने क्षेत्र और राज्य के साथ-साथ संगठन के हित के बारे में सोचा है. इस्तीफा देने का फैसला भी प्रदेश और संगठन हित में लिया गया है. उन्होंने सरकार बचाने और झारखंड की भलाई के लिए यह कदम उठाया है. इस फैसले में उन पर कोई दबाव नहीं था. उन्होंने कहा कि एकीकृत बिहार के समय से लेकर अब तक उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में लंबी पारी खेली है. कई पदों पर रहते हुए उन्होंने अपनी जिम्मेदारियां निभाईं और राजनीतिक पारी को आगे बढ़ाया. वर्तमान में भी वे झारखंड राज्य और संगठन के प्रति समर्पित हैं. उन्होंने कहा कि अब संगठन आगे जो भी निर्णय लेगा वह स्वीकार होगा.
गांडेय विधानसभा सीट बनी हॉट सीट: बता दें कि डॉ सरफराज अहमद दो-तीन दिन पहले दिल्ली गये थे. 31 दिसंबर को वे दिल्ली से रांची आये और विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया. जिसके बाद वह दोबारा दिल्ली चले गए. गांडेय विधानसभा सीट विधायक डॉ सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद खाली हो गई है. इस बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की भी चर्चा हो रही है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद राज्य में गठबंधन सरकार की अगली मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन हो सकती हैं. साथ ही कल्पना सोरेन गांडेय विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकती हैं. बहरहाल, आने वाले समय में झारखंड की राजनीति में क्या समाधान निकलेगा, यह तो वक्त ही बताएगा. लेकिन झारखंड की राजनीति से इतर गांडेय विधानसभा सीट अब हॉट सीट बन गई है और सबकी निगाहें गांडेय पर टिकी हैं.
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