बगोदर, गिरिडीह: स्वच्छ भारत के तहत गांव-गांव में शौचालय का निर्माण करवाया गया है. इसके साथ ही देश को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है लेकिन गिरिडीह के अटका पश्चिमी इलाके में हुई एक घटना ने ओडीएफ के दावों पर सवाल खड़े कर दिए.
अटका पश्चिमी इलाके में शौचालय नहीं होने के कारण एक युवती को लोमड़ी के हमले का शिकार होना पड़ा. शनिवार की रात एक युवती अपनी मां के साथ शौच के लिए घर से बाहर खेत गई थी. इसी दौरान एक लोमड़ी ने युवती पर हमला कर दिया. इस घटना में युवती घायल हो गई. युवती किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भाग निकली. रविवार को सुबह बगोदर सीएचसी में उसका प्राथमिक इलाज किया गया.
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शौचालय बनाने की अपील
घटना के दूसरे दिन सोमवार को पेयजल एवं स्वच्छता समिति के प्रखंड समन्वयक धर्मेंद्र कुमार और अटका पश्चिमी के मुखिया जिबाधन मंडल पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और शौचालय बनाने की अपील की. मुखिया ने उन्हें बताया कि घर में सरकारी स्तर पर शौचालय बनाया जाएगा. जिसके बाद परिवार वालों ने बताया कि उनके पास शौचालय के लिए जमीन तक नहीं है.
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शौचालय के लिए जगह नहीं
घायल युवती के पिता सुखारी महतो ने बताया कि उसके पास घर के अलावा कोई और जमीन नहीं है, जिसके कारण वह शौचालय नहीं बनवा सका. मुखिया जिबाधन मंडल और प्रखंड समन्वयक धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि परिवार वालों को शौचालय के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जमीन उपलब्ध कराने के साथ शौचालय का निर्माण कराया जाएगा.
ओडीएफ के दावे पर सवाल
समाजसेवी अरूण कुमार ने कहा कि सभी ग्रामीणों के शौचालय बनाए बिना पंचायत को ओडीएफ घोषित करना अपने आप में बड़ा सवाल है. स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव-गांव में शौचालय बनाए गए हैं, ऐसे में अटका पश्चिमी पंचायत के हर घर में शौचालय क्यों नहीं बना, इस पर विचार किया जाना चाहिए.