गांडेय,गिरिडीहः इंसाफ के लिए दर दर की ठोकरें खाते खाते एक दहेज की पीड़िता मौत की आगोश में समा गई. विवाहिता को इंसाफ तो नहीं मिला मगर न्याय की आस में उसकी मौत इलाज के दौरान हो गई. विवाहिता की मौत के बाद उसके पिता अब अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए जद्दोजहद कर रहे (father pleaded for justice) हैं.
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मृतका के पिता का आरोप है कि उनके दामाद और ससुराल वालों ने उनकी गर्भवती बेटी को दहेज के लिए बेरहमी से मारपीट की थी. जिसमें उसके सिर और पेट में गंभीर चोट लगी थी. जिस कारण इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पिता ने ससुराल वालों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए कहा कि मारपीट किये जाने के बाद उन्होंने पुलिस से शिकायत की थी, मगर कार्रवाई नहीं हुई और ससुराल वाले भी झांकने तक नहीं आये. जिसके बाद तीन महीने इलाज कराने के बाद आखिरकार 25 अगस्त 2022 को उनकी बेटी की मौत हो गयी. पुत्री की मौत के बाद टूट चुका एक बाप न्याय की गुहार (justice on daughters dowry murder) लगा रहा है.
क्या है मामलाः जिला के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र (Muffasil police station) के पालमो से ये मामला जुड़ा हुआ है. बेंगाबाद थाना क्षेत्र के महुआर के रहने वाले अशोक राम की 24 वर्षीय बेटी शीलू गुप्ता की शादी फरवरी 2020 को पालमो के सिंटू गुप्ता के साथ हुई थी. शादी के बाद दोनों का वैवाहिक जीवन ठीक ठाक चल रहा था. शादी के छह महीने के बाद ससुराल में दहेज के लिए प्रताड़ना दी जाने लगी. शीलू के पिता का आरोप है कि दामाद ने रुपये और मोटरसाइकिल की मांग कर उनकी बेटी के साथ मारपीट करने लगा. जिसके बाद मामले को लेकर मुफ्फसिल थाना में शिकायत की गई. थाना में बॉन्ड भरा कर समझौता किया गया, जिसके बाद विवाहिता अपने ससुराल में रहने लगी. इस दौरान उसे एक पुत्र भी हुआ. कुछ दिनों के बाद उनके दामाद ने फिर से एक लाख रुपये की मांग करना शुरू कर दिया और बेटी को प्रताड़ित करने लगा.
दामाद पर मारपीट कर घायल करने का आरोपः पिता का आरोप है कि 25 मई 2022 को उनके दामाद और ससुराल वालों ने उनकी आठ माह की गर्भवती बेटी को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया और घर से निकाल दिया. जिसके बाद वह उनकी बेटी शिकायत लेकर थाना गयी, जहां से उसे इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया. पीड़िता द्वारा मामले की शिकायत मुफ्फसिल थाना एवं एसपी से की गई थी, मगर कार्रवाई नहीं हुई. पिता लगातार अपनी बेटी का इलाज कराते रहें. लेकिन इलाज के दौरान उनकी बेटी की तबीयत अचानक बिगड़ गई. जिसके बाद सदर अस्पताल से उन्हें धनबाद रेफर कर दिया गया. लेकिन 25 अगस्त को धनबाद ले जाने के क्रम में ही उनकी बेटी ने दम तोड़ दिया.
पिता ने की कड़ी सजा की मांगः बेटी की मौत के बाद पिता अशोक राम ने न्याय की गुहार लगाई है. अशोक ने ससुराल वालों पर आरोप लगाते हुए कहा कि मारपीट करने के बाद बेटी के ससुराल वालों ने कभी हाल तक नहीं जाना और ना ही मौत के बाद अंतिम दर्शन के लिए कोई आया. इन्होंने पुलिस प्रशासन से अपने दामाद एवं अन्य दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए कड़ी सजा की मांग की है.