गिरिडीह: जिले के बगोदर में बिना मुआवजा प्रवासी मजदूर के शव भेजे जाने से आक्रोशित बगोदर प्रखंड के दोंदलो में ग्रामीणों ने एंबुलेंस को कब्जे में लेकर चालक को बंधक बना लिया था, जिसके बाद कंपनी की ओर से मृतक के परिजनों को मुआवजा राशि दी. मुआवजा राशि मिलने के साथ ही 24 घंटे बाद एंबुलेंस सहित उसके चालक को मुक्त किया गया.
इसे भी पढे़ं:- गिरिडीह: कोल माइंस सीटीओ को लेकर गरमाई राजनीति, भाजपा-जेएमएम आमने सामने
बगोदर प्रखंड के दोंदलो के प्रवासी मजदूर तालेश्वर महतो गुजरात में एसपीएल ट्रांसमिशन लाइन कंपनी में मजदूरी करता था. इसी बीच बीमारी के कारण शुक्रवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. रविवार को बिना मुआवजा प्रवासी मजदूर के शव को घर भेज दिया गया, जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने रविवार को एंबुलेंस और उसके चालक को बंधक बना लिया.
ग्रामीणों ने कहा था कि मृतक के परिवार को कंपनी से जब तक मुआवजा नहीं मिल जाता तक तक चालक और एंबुलेंस को छोड़ा नहीं जाएगा. इस दौरान इंकलाबी नौजवान सभा के राष्ट्रीय सचिव संदीप जायसवाल, जिप सदस्य सरिता महतो, पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि हरेंद्र सिंह, पूरन कुमार महतो, कोलेश्वर महतो, खूबलाल माहतो आदि उपस्थित रहे.