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ETV BHARAT की खबर पर लगी मुहर, मीडिया के सामने लाया गया सरेंडर नक्सली नुनुचंद - Naxalite Nunuchand Mahto

गिरिडीह में सरेंडर करने वाले नक्सली नुनुचंद को गिरिडीह पुलिस ने मीडिया के सामने लाया है. इस दौरान पुलिस ने बताया कि कैसे नुनुचंद झारखंड सरकार की सरेंडर पॉलिसी से प्रभावित हुआ और मुख्य धारा में लौटने का निर्णय लिया.

Naxalite Nunuchand Mahto
नक्सली नुनुचंद महतो
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Published : Jun 1, 2021, 5:04 PM IST

Updated : Jun 1, 2021, 5:23 PM IST

गिरिडीह: पुलिस के सामने सरेंडर करने वाला नक्सली संगठन भाकपा माओवादी का सब जोनल कमांडर और पांच लाख के इनामी नुनुचंद महतो(Naxalite Nunuchand Mahto) को पुलिस मीडिया के सामने लाई. इस दौरान एसपी अमित रेणु ने पत्रकारों से बात की. उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ के साथ पारसनाथ इलाके में चल रहे अभियान के दबाव और गिरिडीह जिला पुलिस की सामुदायिक पुलिसिंग के तहत किये जा रहे कार्यों और झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुर्नवास नीति से प्रभावित होकर नुनुचंद ने सरेंडर किया है.

देखें पूरी खबर

यह भी पढ़ें: आत्मसमर्पण करने वाला नुनुचंद क्या उगलेगा इनामी टाइगर का राज, पुलिस कर रही है पूछताछ

नुनुचंद किन-किन नक्सली घटना में शामिल था इसकी भी जानकारी दी गई. इसके साथ ही ईटीवी भारत की उस खबर पर मुहर लग गई जिसमें पांच दिनों पहले ही बताया गया था कि नक्सली नुनुचंद ने सरेंडर कर दिया है. तब अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की थी.

नुनुचंद पर 72 मामले दर्ज

एसपी ने बताया कि नुनुचंद पर 72 मामले दर्ज हैं. इनमें गिरिडीह में 59, धनबाद में 9 और बोकारो में 4 मामले दर्ज हैं.

निजी कंपनी के 5 गार्ड की हत्या में भी रहा था शामिल

एसपी ने बताया कि जिन कांडों में नुनुचंद शामिल रहा था उनमें वर्ष 2010 में पीरटांड़ थाना के पुरानानगर और पांडेयडीह के बीच एसआईएस के वाहन को उड़ाकर पांच गार्डों की हत्या का मामला भी है. इसके अलावा जनवरी 2014 में फेलो रिसर्च समेत तीन व्यक्तियों के अपहरण करने और ढोलकट्टा में सीरियल ब्लास्ट कर जवानों को घायल करने का भी मामला दर्ज है. 2016 में गौतम स्वामी झरना में आईईडी विस्फोट कर दो जवानों को घायल करने, 2018 में दंपती की हत्या, दीपक हांसदा और डुमका मुर्मू की मोहनपुर जंगल मे हत्या, पंचायत समिति सदस्य शमशेर जंगी की हत्या, चुड़का सोरेन और दिनेश मांझी की हत्या प्रमुख मामला है.

ये भी पढ़ें- कुख्यात नक्सली नुनुचंद के आत्मसमर्पण की खबर, आधिकारिक पुष्टि नहीं

नुनुचंद की अपील

आत्मसमर्पण के बाद नुनुचंद ने अपने साथियों को भी सरेंडर करने की अपील की है. उसने कहा है कि मुख्य धारा से जुड़कर ही समाज में बदलाव आ सकता है.

इनकी रही अहम भूमिका

नुनुचंद को सरेंडर करवाने में एसपी के निर्देशन में एसडीपीओ डुमरी मनोज कुमार, इंस्पेक्टर आदिकान्त महतो, पीरटांड़ थाना प्रभारी पवन कुमार, मधुबन थाना प्रभारी डिलशन विरूवा, खुखरा थाना प्रभारी सोमा उरांव और हरलाडीह ओपी प्रभारी शशि सिंह की अहम भूमिका रही है.

गिरिडीह: पुलिस के सामने सरेंडर करने वाला नक्सली संगठन भाकपा माओवादी का सब जोनल कमांडर और पांच लाख के इनामी नुनुचंद महतो(Naxalite Nunuchand Mahto) को पुलिस मीडिया के सामने लाई. इस दौरान एसपी अमित रेणु ने पत्रकारों से बात की. उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ के साथ पारसनाथ इलाके में चल रहे अभियान के दबाव और गिरिडीह जिला पुलिस की सामुदायिक पुलिसिंग के तहत किये जा रहे कार्यों और झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुर्नवास नीति से प्रभावित होकर नुनुचंद ने सरेंडर किया है.

देखें पूरी खबर

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नुनुचंद किन-किन नक्सली घटना में शामिल था इसकी भी जानकारी दी गई. इसके साथ ही ईटीवी भारत की उस खबर पर मुहर लग गई जिसमें पांच दिनों पहले ही बताया गया था कि नक्सली नुनुचंद ने सरेंडर कर दिया है. तब अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की थी.

नुनुचंद पर 72 मामले दर्ज

एसपी ने बताया कि नुनुचंद पर 72 मामले दर्ज हैं. इनमें गिरिडीह में 59, धनबाद में 9 और बोकारो में 4 मामले दर्ज हैं.

निजी कंपनी के 5 गार्ड की हत्या में भी रहा था शामिल

एसपी ने बताया कि जिन कांडों में नुनुचंद शामिल रहा था उनमें वर्ष 2010 में पीरटांड़ थाना के पुरानानगर और पांडेयडीह के बीच एसआईएस के वाहन को उड़ाकर पांच गार्डों की हत्या का मामला भी है. इसके अलावा जनवरी 2014 में फेलो रिसर्च समेत तीन व्यक्तियों के अपहरण करने और ढोलकट्टा में सीरियल ब्लास्ट कर जवानों को घायल करने का भी मामला दर्ज है. 2016 में गौतम स्वामी झरना में आईईडी विस्फोट कर दो जवानों को घायल करने, 2018 में दंपती की हत्या, दीपक हांसदा और डुमका मुर्मू की मोहनपुर जंगल मे हत्या, पंचायत समिति सदस्य शमशेर जंगी की हत्या, चुड़का सोरेन और दिनेश मांझी की हत्या प्रमुख मामला है.

ये भी पढ़ें- कुख्यात नक्सली नुनुचंद के आत्मसमर्पण की खबर, आधिकारिक पुष्टि नहीं

नुनुचंद की अपील

आत्मसमर्पण के बाद नुनुचंद ने अपने साथियों को भी सरेंडर करने की अपील की है. उसने कहा है कि मुख्य धारा से जुड़कर ही समाज में बदलाव आ सकता है.

इनकी रही अहम भूमिका

नुनुचंद को सरेंडर करवाने में एसपी के निर्देशन में एसडीपीओ डुमरी मनोज कुमार, इंस्पेक्टर आदिकान्त महतो, पीरटांड़ थाना प्रभारी पवन कुमार, मधुबन थाना प्रभारी डिलशन विरूवा, खुखरा थाना प्रभारी सोमा उरांव और हरलाडीह ओपी प्रभारी शशि सिंह की अहम भूमिका रही है.

Last Updated : Jun 1, 2021, 5:23 PM IST
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