गिरिडीहः तीन तलाक को लेकर हो रही पंचायत के दौरान लड़की पक्ष और पंचों को रिवाल्वर लहरा कर धमकाने वाले आठ लोगों को गिरिडीह पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए सभी लोग कोडरमा के रहनेवाले हैं. यह गिरफ्तारी घोड़थंबा ओपी क्षेत्र से की गई है.
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क्या है मामला
दरअसल, जमुआ थाना क्षेत्र के धुरगड़गी निवासी अब्दुल सत्तार की बेटी रुकसाना खातून और घोड़थंबा के दयालपुर के रहनेवाले इदरीश मियां के बेटे शमशेर अंसारी की शादी पांच वर्ष पूर्व हुई थी. पिछले कुछ वर्षों से दोनों के बीच संबंध बिगड़ने लगा. इस बीच रुकसाना को उसके पति ने तीन तलाक दे दिया था. इस मामले को सुलझाने के लिए दोनों गांवों के प्रबुद्ध लोग घोड़थंबा के ढाकोसारण स्थित मस्जिद मैदान में जुटे थे. बताया जाता है कि पंचोंं ने बारी बारी से लड़के और लड़की के बयान को सुना ही था. इसी बीच दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया. इसके बाद कोडरमा से बुलाए गए युवक कट्टा निकालकर लहराने लगे. तभी इन्हें पकड़ लिया गया.गुरुवार को इस मामले की जानकारी खोरीमहुआ अनुमंडल के प्रभारी एसडीएपीओ नौशाद आलम ने प्रेस वार्ता कर दी. इस दौरान इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह भी मौजूद थे.
आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा
एसडीपीओ ने बताया कि देसी कट्टे और दो जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किए गए कोडरमा जिले के छतरबर के रहनेवाले सबा अहमद, मो. इश्तेखार, मो. ओसामा, मो. सोहेल, मो. वाजिद, मो. मुकीम, मो. ओसामा (2) एवं मो. आबिद का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है. बताया कि घोड़थंबा ओपी क्षेत्र के दयालपुर (ढाकोसारण) गांव के रहनेवाले लड़के के पिता इदरीश मियां के कहने पर सभी आरोपित युवक ढाकोसारण स्थित मस्जिद मैदान में हो रहे पंचायत में आए थे. तीन तलाक को लेकर यह पंचायत बुलाई गई थी. पंचायत के दौरान विवाद बढ़ा तो युवक कट्टा दिखा पंचों को धमकाने लगे. इसकी सूचना पंचों ने पुलिस को दी. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तो सभी युवक लाल रंग के एक मारुति वैन से भागने लगे. जवानों ने सभी को खदेड़कर पकड़ा. सभी की तलाशी ली तो इरफान अंसारी के पास देसी कट्टा तथा कारतूस तथा शहनवाज अंसारी के पास कारतूस बरामद हुआ.
धमकाने के लिए मिली थी रकम
एसडीपीओ ने बताया कि आरोपित सह ओमनी चालक सबा अहमद ने स्वीकारोक्ति बयान में कहा कि वह खेती बारी करता था. आर्थिक स्थिति खराब रहने के कारण इरफान अंसारी के गैंग में शामिल हो गया और पैसे के लिए देशी कट्टे के बल पर लोगों को डराने धमकाने लगा. इस काम के लिए उसे तथा उसके साथियों को अच्छे पैसे भी मिलते थे. घोड़थंबा के दयालपुर (ढाकोसारण) के रहनेवाले इदरीश मियां ने जमुआ के धुरगड़गी गांव के रहनेवाले लड़की के पिता अब्दुल सत्तार व उसके साथ आए लोगों को धमकाने के लिए 15 हजार रुपये में सौदा तय किया था. दस हजार रुपया एडवांस लेने के बाद सभी तीन तलाक के मामले पर आयोजित पंचायत में शामिल हुए थे.