गिरिडीह: झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने त्रिकूट रोपवे हादसे पर कहा कि देवघर की घटना दुःखद है. हालांकि प्रशासन और एनडीआरएफ ने जिस तरह से राहत और बचाव कार्य किया वह तारीफ के काबिल है. उन्होंने गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के देवघर घटना पर दिए बयान पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि निशिकांत को बोलने की आदत है. वे सिर्फ बोलते हैं कुछ करते नहीं हैं. देवघर से लौटने के दौरान गिरिडीह परिसदन भवन में शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने ये बातें कहीं. इस दौरान गिरिडीह डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने भी शिक्षा मंत्री से मुलाकात की. शिक्षा मंत्री ने पंचायत चुनाव की तैयारी पर भी चर्चा की.
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री-एडमिशन फी पर दी प्रतिक्रिया: निजी विद्यालय में री-एडमिशन फी लेने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह गंभीर मामला है. वे इस मामले को देखेंगे. वहीं, भीषण गर्मी में बच्चों के क्लास चलने पर उन्होंने कहा कि कैबिनेट की बैठक में इस विषय पर चर्चा होगी. बच्चों को परेशानी नहीं हो इसका ध्यान रखा जाएगा. शिक्षक बहाली पर उन्होंने कहा कि 26 हजार शिक्षक बहाल किए गए हैं. 60 हजार पद सृजन के लिए फाइल आ चुकी है, उन्हें भी प्रक्रिया में लाकर जल्द ही भरा जाएगा.
1932 हर हाल में लागू होगा: 1932 के खतियान के आधार पर नियोजन नीति और स्थानीयता बनाने की उठ रही मांग पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि उनके अलावा अधिकांश विधायक 1932 का खतियान लागू करने के पक्ष में हैं. उन्होंने कहा कि हर हाल में 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति बनेगी. हालांकि, कब बनेगी शिक्षा मंत्री ने इसका जवाब नहीं दिया है.
झारखंड में गठबंधन की सरकार पर बोले शिक्षा मंत्री: इन सबके अलावा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि गठबंधन की सरकार मजबूती से चल रही है. सोनिया गांधी, लालू यादव और गुरूजी का मजबूत गठबंधन है. उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास मुद्दा नहीं है और यही कारण है कि वे बार-बार इस तरह का भ्रम पैदा कर रहे हैं कि महगठबंधन में खटास है. उन्होंने यह भी कहा कि झामुमो पूरी तरह से मजबूत है.