गिरिडीह: श्रद्धालुओं की भीड़ से सालों भर गुलजार रहने वाला बगोदर स्थित भारत का अनोखा शिव मंदिर हरिहरधाम इन दिनों सुनसान सा है. बाबा भोलेनाथ की पूजा अर्चना के लिए काफी कम संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. इसकी मुख्य वजह है सावन का अधिक महीना यानी मलमास होना है.
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मंदिर के पुजारी विजय ने क्या कहा: मंदिर के पुजारी विजय कुमार पाठक बताते हैं कि मलमास महीना समाप्त होते ही 17 अगस्त से दोबारा श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो जाएगी. बगोदर प्रखंड मुख्यालय से दो किमी की दूरी पर स्थित है, भारत का अनोखा शिव मंदिर हरिहरधाम. मंदिर के एक ओर रांची-दुमका तो दूसरी ओर दिल्ली-कोलकाता मेन रोड स्थित है.
65 फीट ऊंची शिवलिंगाकरा मंदिर: शिवलिंगाकार 65 फीट ऊंची मंदिर होने के कारण यह मंदिर दूर से हीं दिखाई देता है. मंदिर की अद्भुत बनावट भी लोगों को अपनी ओर खींच लेती है. ऐसे में यहां सालों भर श्रद्धालुओं का आवागमन होता है. वैवाहिक मुहूर्तों में भीड़ सामान्य से कही अधिक रहती है. चारों ओर भक्तों का तांता नजर आता है.
कम संख्या में मंदिर पहुंच रहे श्रद्धालु: पवित्र सावन मास की बात ही अलग रहती है. आसपास के लोगों के अलावा बाबाधाम जाने वाले गेरूआ वस्त्रधारी शिवभक्तों का भी आवागमन होता है. अभी सावन का महीना चल रहा है बावजूद मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या जैसी होनी चाहिए. बाबा की पूजा अर्चना में बहुत कम भक्त मंदिर पहुंच रहे हैं. इसकी मुख्य वजह है सावन का अधिक महीना यानी मलमास होना. मंदिर के पुजारी विजय कुमार पाठक बताते हैं कि मलमास महीना होने के कारण श्रद्धालु नहीं पहुंच रहे हैं. बहुत कम संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. इससे मंदिर सुना- सुना लगता है. बताया कि मलमास माह समाप्त होते हीं 17 अगस्त से श्रद्धालुओं की भीड़ से मंदिर एक बार पुनः गुलजार होने लगेगा.