गिरिडीह,बगोदर: हौसले अगर बुलंद हो तो कोई भी काम आसान हो जाता है. इसमें शारीरिक बनावट बाधा नहीं बनती है. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है बगोदर के खटैया निवासी संतोष कुमार ने, जो शारीरिक रूप से दिव्यांग हैं. वे न तो सही रूप से बोल पाते है और न ही चल पाते हैं. बावजूद इसके वे दिव्यांगों की मदद करते हैं. संतोष जिस तरह का काम कर रहे हैं वैसे सामान्य व्यक्ति सोच भी नहीं सकता.
फेसबुक मित्रों से मदद
संतोष स्नातक की पढ़ाई कर चुके हैं और उनकी शादी भी हो चुकी है. दिव्यांग होने के बावजूद उन्होंने सेवा भावना से 'विकलांग मानव सेवा केंद्र' खोला है. अभी तक इस संस्था को किसी तरह का कोई सरकारी सहयोग नहीं मिला है, लेकिन वे फेसबुक मित्रों से मदद लेते हैं. इसके अलावा स्कूल और कॉलेजों में जाकर छात्र-छात्राओं से सहयोग लेते हैं. इस कार्य में उसकी पत्नी मीना देवी भी उनका सहयोग करती हैं. संतोष की इच्छा है कि दिव्यांग बच्चों के लिए एक स्कूल बने. इसके लिए भी वे लोगों से आगे आकर सहायता की अपील कर रहे हैं.
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वस्त्र वितरण से दिव्यांगों में उत्साह
दुर्गा पूजा के मौके पर संतोष कुमार ने 30 दिव्यांग बच्चों के बीच वस्त्र का वितरण किया. कपड़े मिलने से दिव्यांगों में उत्साह का माहौल दिखा. मौके पर पहुंचे जिप सदस्य अर्जुन आर्य, ऑल इंडिया ब्राह्मण संघ के बगोदर प्रखंड अध्यक्ष राजेश तिवारी ने संतोष के इस हौसले की तारीफ की और हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया.