गिरिडीहः जिला के मधुबन में कांग्रेस का राज्यस्तरीय चिंतन शिविर चल रहा है. इस शिविर ने राज्य की गठबंधन सरकार से कांग्रेस नेताओं की नाराजगी भी उभर कर सामने आई है. शिविर के अंदर विधायक दीपिका पांडेय ने साफ कहा कि इस सरकार में कांग्रेस के मान सम्मान के साथ कहीं ना कहीं समझौता किया जा रहा है. वहीं शिविर के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने भी मान सम्मान की बात कह डाली. प्रदेश प्रभारी ने साफ कहा कि गठबंधन की सरकार को बेहतर तरीके से चलाने के लिए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम व कोर्ड ऑफ कोलियेशन जरुरी है. कॉमन मिनिमम प्रोग्राम व कोर्ड ऑफ़ कोलियेशन का ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें- कांग्रेस का चिंतन शिविरः भाषा विवाद पर नेताओं की दो टूक, नइखे बा भोजपुरी मुद्दा- रामेश्वर उरांव
भाजपा का दिखाया भयः पत्रकारों से बात करते हुए प्रदेश प्रभारी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस जैसी शक्तियों से लड़ने के लिए एकजुट होना जरुरी हैं. उम्मीद है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ साथ गठबंधन के अन्य घटक दल भी इस कॉमन मिनिमम प्रोग्राम को समझेंगे और एकजुट होकर काम करेंगे. उन्होंने कहा कि बोर्ड कोरपेरेशन खाली पड़े हैं इसके कारण को समझेंगे और अगर कोई कारण नहीं है तो कांग्रेस जागरूकता के साथ आगे का कार्य करेगी.
वरिष्ठ नेताओं ने किया संबोधितः इससे पहले कांग्रेस चिंतन शिविर सोमवार दोपहर तक पांच सत्र पूरा हुआ. इन सत्रों में कांग्रेस के इतिहास, महात्मा गांधी के व्यक्तित्व पर चर्चा हुई. सत्र को जयराम रमेश, सुरजेवाला ने भी ऑनलाइन संबोधित किया. वहीं सोमवार के शिविर में कई नेताओं ने मुखर होकर अपनी बातों को रखा. यहां बता दें कि मधुबन में कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर चल रहा है. मंगलवार को इस शिविर का समापन होगा.