गिरिडीहः राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि उर्दू भाषा से जुड़े सभी मामलों का शीघ्र समाधान किया जाएगा, सरकार उर्दू भाषा को लेकर कई कार्यक्रम चला रही है, ये बातें उन्होंने गिरिडीह में फरोगे उर्दू तहरीक की ओर से आयोजित ऊर्दू संगोष्ठी में कही . फरोगे उर्दू तहरीक संगठन से जुड़े लोगों ने उर्दू अकादमी के गठन, वक्फ बोर्ड और झारखंड मदरसा बोर्ड आदि के गठन की मांग की. इसके साथ ही उर्दू भाषा से जुड़े विभिन्न मांगों का ज्ञापन भी अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री सौंपा.
गिरिडीह में ऊर्दू संगोष्ठी
गिरिडीह में ऊर्दू संगोष्ठी में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि उर्दू भाषा से जुड़े सभी मामलों का शीघ्र समाधान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य में 20 सूत्री का गठन कर लिया गया है. जिले का बंटवारा किया जा रहा है. इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद वक्फ बोर्ड और मदरसा बोर्ड का भी गठन किया जाएगा. गिरिडीह में मंत्री हफीजुल हसन अंसारी ने कहा कि हमारे समाज में शिक्षा की कमी है, जिसे बेहतर करना होगा. शिक्षा को बढ़ावा देना बहुत जरूरी है. वहीं गांडेय विधायक डॉ. सरफराज अहमद ने कहा कि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार राज्यवासियों के लिए फिक्रमंद है. इस सरकार में उर्दू भाषा और उर्दू भाषियों को भी हक मिलेगा. विधायक सुदिव्य कुमार ने कहा कि हिंदी और उर्दू दोनों बहनें हैं. दोनों भाषा के विकास की जरूरत है. हेमंत सरकार दोनों भाषा को बढ़ावा देगी.
झराखंड छात्र संघ के अध्यक्ष की सरकार से मांग
झराखंड छात्र संघ के अध्यक्ष एस अली ने कहा कि 21 वर्ष में राज्य सरकार ने उर्दू भाषा के लिए कोई काम नहीं किया. यही वजह है कि उर्दू अकादमी, मदरसा बोर्ड और वक्फ बोर्ड का गठन अब तक नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार से काफी उम्मीदें हैं. उन्होंने सरकार से उर्दू भाषा और उर्दू भाषियों को हक दिलाने की दिशा में शीघ्र कदम उठाने की अपील की है. इस मौके पर जैनुल अंसारी, मुफ्ती सईद, नूर अहमद, मो. नसीम, चांद रशीद अंसारी, मो. मुस्तकीम सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे. संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन अंसारी के साथ-साथ सदर विधायक सुदिव्य कुमार और गांडेय विधायक डॉ सरफराज अहमद उपस्थित थे.