गिरिडीह: जिले के देवरी में विवादित जमीन पर शव गाड़े जाने के विवाद का निपटारा जिला प्रशासन ने कर लिया है, जिस जमीन पर शव को गाड़ा गया था उसे सम्मान निकालते हुए श्मशान घाट ले जाया गया, जहां पर उसका अंतिम संस्कार किया गया.
देवरी थाना क्षेत्र के रानीडीह के रामपुर गांव में विवादित जमीन पर शव गाड़ने को लेकर दो पक्ष के लोग आमने-सामने होने के मामले को प्रशासन ने सूझबूझ से निपटाया. मृतक के परिजनों और ग्रामीणों से खोरीमहुआ एसडीएम धीरेंद्र कुमार सिंह और एसडीपीओ नवीन कुमार सिंह ने वार्ता की, जिसके बाद शाम 7:30 बजे इस विवाद का निपटारा कर लिया गया. शव को जमीन से निकालकर अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान घाट भेजा गया.
क्या है मामला
दरअसल, गुरुवार को एक व्यक्ति का शव एक गैर मजरुआ जमीन पर गाड़ दिया गया. इसके बाद दो पक्षों में विवाद उत्पन्न हो गया. विवाद की सूचना पर देवरी के अंचलाधिकारी सुधीर कुमार, बीडीओ इंद्रलाल ओहदार, थाना प्रभारी अनूप रोशन भेंगरा, एसआई नितीश कुमार पीकू प्रसाद, अजय सोय, विक्रम पूर्ति एएसआई विनय सिंह दल बल के साथ विवाद स्थल पर पहुंचकर दोनों पक्ष को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हुए.
शव गाड़ने को लेकर तनाव को देखते हुए एसडीएम धीरेंद्र कुमार सिंह और एसडीपीओ नवीन कुमार सिंह पहुंचे. अधिकारियों की ओर से समझाए जाने के बाद भी विवादित भूमि पर शव को गाड़े जाने को लेकर शाम चार बजे खोरीमहुआ के एसडीओ धीरेंद्र कुमार सिंह, एसडीपीओ नवीन कुमार सिंह रामपुर पहुंचे.
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शव गाड़ने वाले पक्ष को शव को विवादित भूमि से हटाकर दूसरे स्थान पर गाड़ने को कहा गया, लेकिन विवादित भूमि में गाड़े गए शव को नहीं निकाला गया. इसके बाद शाम 6:30 बजे एसडीएम धीरेंद्र कुमार सिंह की ओर से रामपुर में धारा 144 लागू करने की घोषणा कर विवादित स्थल की 100 की परिधि को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया गया. वहीं पुलिस की ओर से विवादित भूमि में गाड़े गए शव को को निकालने के लिए कब्र से मिट्टी हटाने का कार्य प्रारंभ किया गया. इस दौरान 7:30 बजे रामपुर गांव के लोग शव निकालने को तैयार हो गए.