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साइबर क्राइम का आरोपी गिरफ्तार, बैंक अधिकारी बनकर करता था ठगी - Used to cheat as a bank officer

गिरिडीह में साइबर क्राइम करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. साथ ही पुलिस ने आरोपी के पास से दो मोबाइल फोन भी जब्त किया है.

cyber crime accused arrested in giridih
साइबर क्राइम का आरोपी गिरफ्तार
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Published : Jun 9, 2020, 3:11 PM IST

Updated : Jun 9, 2020, 3:53 PM IST

गिरिडीह:अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के जोरासीमर गांव के रहने वाले दिलीप मंडल को साइबर क्राइम के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है. पुलिस ने आरोपी के पास से दो मोबाइल फोन जब्त किया है.

साईबर थाना प्रभारी सहदेव प्रसाद ने बताया कि आरोपी दिलीप मंडल फर्जी सिम और टेलिकॉलिंग के जरिए बैंक अधिकारी और किसी कंपनी का स्टाफ बनकर लोगों से उनका एटीएम कार्ड नंबर, सीवीवी और ओटीपी नंबर मांगता था और बैंक एकाउंट से पैसे निकाल लेता था. थाना प्रभारी ने यह भी बताया कि दिलीप की गिरफ्तारी गुप्त सूचना के आधार पर हुई है. इस मामले की शिकायत अहिल्यापुर के रहने वाले पुअनि डील्सन बिरूवा ने थाने में दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है. साथ ही उसके पास से दो मोबाइल फोन भी जब्त किया है.

पढ़ें:धनबाद: बैंक से डेढ़ करोड़ की अवैध निकासी मामले में जांच शुरू, साइबर अपराधियों ने वारदात को दिया था अंजाम


थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी दिलीप मंडल का जब मोबाइल खंगाला गया तो ठगी का सारा राज खुला और मोबाइल का मेनू खोल कर कॉल लॉग में मौजूद नंबर पर सिरियल नंबर से कॉल किया गया. मामले में जब पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह लगातार सिरियल नंबर पर कॉल करके ग्राहकों से उनके एटीएम के संबंध में जानकारी लेता था और ठगी का काम करता था.

साल 2017 से कर रहा है साइबर क्राइम

पूछताछ में दिलीप ने यह भी बताया कि उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता था. वह अपने गांव के साइबर अपराधियों को साइबर अपराध से कमाई करता देख प्रभावित हो गया था और अधिक कमाई करने के लिए पढ़ाई के साथ साल 2017 से अपने घर पर बैठकर साइबर ठगी करता था और जो लोग पहले से साइबर क्राइम करते थे उनके संपर्क में भी वह आ गया. इसके बाद से वह क्राइम करता गया और तरह-तरह के ट्रिक लगाकर एटीएम वेरिफिकेशन के नाम पर सिरियल कॉल कर बैंक ग्राहकों से निजी जानकारी प्राप्त कर बैंक ग्राहकों के खाते में जमा किए गए अकाउंट को देखते ही देखते विभिन्न ई-वॉलेट में ट्रांसफर कर देते थे, जिसे बाद में फर्जी बैंक एकाउंट में भेज कर पैसे निकाल लेते थे और आपस में बांट लेते थे. आरोपी दिलीप ने बताया कि साइबर क्राइम से अब तक वह 10-12 लाख रुपए की कमाई कर चुका है, जिससे उसने दो पहिया वाहन और घरेलू सामान खरीदा है. साथ ही बहन की शादी में हुए खर्च का कर्जा भी तोड़ा है.

गिरिडीह:अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के जोरासीमर गांव के रहने वाले दिलीप मंडल को साइबर क्राइम के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है. पुलिस ने आरोपी के पास से दो मोबाइल फोन जब्त किया है.

साईबर थाना प्रभारी सहदेव प्रसाद ने बताया कि आरोपी दिलीप मंडल फर्जी सिम और टेलिकॉलिंग के जरिए बैंक अधिकारी और किसी कंपनी का स्टाफ बनकर लोगों से उनका एटीएम कार्ड नंबर, सीवीवी और ओटीपी नंबर मांगता था और बैंक एकाउंट से पैसे निकाल लेता था. थाना प्रभारी ने यह भी बताया कि दिलीप की गिरफ्तारी गुप्त सूचना के आधार पर हुई है. इस मामले की शिकायत अहिल्यापुर के रहने वाले पुअनि डील्सन बिरूवा ने थाने में दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है. साथ ही उसके पास से दो मोबाइल फोन भी जब्त किया है.

पढ़ें:धनबाद: बैंक से डेढ़ करोड़ की अवैध निकासी मामले में जांच शुरू, साइबर अपराधियों ने वारदात को दिया था अंजाम


थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी दिलीप मंडल का जब मोबाइल खंगाला गया तो ठगी का सारा राज खुला और मोबाइल का मेनू खोल कर कॉल लॉग में मौजूद नंबर पर सिरियल नंबर से कॉल किया गया. मामले में जब पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह लगातार सिरियल नंबर पर कॉल करके ग्राहकों से उनके एटीएम के संबंध में जानकारी लेता था और ठगी का काम करता था.

साल 2017 से कर रहा है साइबर क्राइम

पूछताछ में दिलीप ने यह भी बताया कि उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता था. वह अपने गांव के साइबर अपराधियों को साइबर अपराध से कमाई करता देख प्रभावित हो गया था और अधिक कमाई करने के लिए पढ़ाई के साथ साल 2017 से अपने घर पर बैठकर साइबर ठगी करता था और जो लोग पहले से साइबर क्राइम करते थे उनके संपर्क में भी वह आ गया. इसके बाद से वह क्राइम करता गया और तरह-तरह के ट्रिक लगाकर एटीएम वेरिफिकेशन के नाम पर सिरियल कॉल कर बैंक ग्राहकों से निजी जानकारी प्राप्त कर बैंक ग्राहकों के खाते में जमा किए गए अकाउंट को देखते ही देखते विभिन्न ई-वॉलेट में ट्रांसफर कर देते थे, जिसे बाद में फर्जी बैंक एकाउंट में भेज कर पैसे निकाल लेते थे और आपस में बांट लेते थे. आरोपी दिलीप ने बताया कि साइबर क्राइम से अब तक वह 10-12 लाख रुपए की कमाई कर चुका है, जिससे उसने दो पहिया वाहन और घरेलू सामान खरीदा है. साथ ही बहन की शादी में हुए खर्च का कर्जा भी तोड़ा है.

Last Updated : Jun 9, 2020, 3:53 PM IST
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