गिरिडीह: पांच साल के लंबे इंतजार के बाद आखिकार सीसीएल गिरिडीह परियोजना के कबरीबाद माइंस को सीटीओ यानी माइंस चलाने की अनुमति मिल गयी है. शनिवार की सुबह इसकी पुष्टि गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार के साथ-साथ परियोजना पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने की है. बताया जा रहा है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा सीटीओ दिया गया है. इसके साथ माइंस से कोयले का उत्पादन शुरू कर दिया गया है.
बता दें कि पांच वर्ष से बंद कबरीबाद माइंस को शुरू करने का प्रयास काफी दिनों से चल रहा था. माइंस शुरू करने के लिए सीटीओ की आवश्यकता है. ऐसे में एक तरफ सीसीएल ढोरी एरिया के महाप्रबंधक मनोज कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में परियोजना पदाधिकारी संजय कुमार सिंह, शम्मी कपूर समेत कई अधिकारी प्रयासरत थे. दूसरी तरफ गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार ने पूरी ताकत झोंक दी. जनसुनवाई से भी प्रक्रिया को गति देने का पूरा प्रयास किया. इस बीच लगभग 20 दिनों पहले सिया द्वारा पर्यावरण मंजूरी दी गई. उस दिन से ही माइंस शुरू करने की सारी प्रक्रिया तेज की गयी. 15 फरवरी को झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा सीटीई यानी अनापत्ति प्रमाण पत्र दे दिया गया था. उसी दिन से यह उम्मीद थी कि एक पखवाड़े के अंदर सीटीओ मिल जाएगा.
रांची में जमे थे अधिकारी: 15 फरवरी को सीटीई मिलने के कुछ दिनों बाद से सीटीओ के लिए गिरिडीह परियोजना के अधिकारी लगातार रांची में कैम्प किये हुए थे. पीओ एसके सिंह के साथ शम्मी कपूर हर हाल में जल्द से जल्द सीटीओ के लिए लगे रहे तो महाप्रबंधक मनोज कुमार अग्रवाल भी फीडबैक ले रहे थे. दूसरी तरफ स्थानीय विधायक द्वारा भी प्रयास किया जा रहा था.
लोगों में खुशी: इधर, सीटीओ मिलने की खबर से क्षेत्र के लोगों में खुशी देखी जा रही है. असंगठित मजदूर, ट्रक मालिक, खलासी के अलावा कोयलांचल के सभी आम और खास लोग खुश दिख रहे हैं. कई ने जश्न की तैयारी भी कर ली है.