गिरिडीहः 20 साल बाद अपने बच्चों संग गांव लौटी महिला ने आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. इस मामले की जांच भी पुलिस ने शुरू कर दी है. जिन लोगों पर आरोप लगे हैं वे भी सामने आए और महिला के आरोपों को मनगढ़ंत बता रहे हैं. ये मामला देवरी थाना क्षेत्र का है.
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बीस साल से बच्चों के साथ लापता महिला ने आठ लोगों के खिलाफ उसे बेचने, दास बनाकर रखने और जमीन हड़पने की प्राथमिकी दर्ज करवायी है. इस मामले में देवरी थाना में एफआईआर दर्ज होने के बाद खोरी महुआ एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो ने देवरी थाना प्रभारी सूरज कुमार से पूरे मामले की जानकारी ली है. वहीं जल्द से जल्द जांच करने का निर्देश दिया है. दूसरी तरफ इस कांड में जिन लोगों पर गंभीर आरोप लगे हैं वे भी मीडिया के सामने आए हैं. उनमें से तीन लोगों ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा है.
क्या है महिला का आरोपः वर्षों बाद घर लौटी महिला का कहना है कि उनके साथ गलत हुआ. पति के निधन के बाद उन्हें यातानाएं दी गईं. इतना ही नहीं दूसरे प्रदेश में उन्हें बेच कर ब्याह कर दिया गया. वहां पर उनका जीवन दास की तरह बीता, इतना ही नहीं उनके बच्चों को भी दास बना कर रखा गया. महिला ने ये तमाम आरोप 8 लोगों के खिलाफ लगाया है.
क्या कहना हैं आरोपियों काः इस मामले के आरोपी में से रामचरित्र यादव, दरोगी यादव और रामेश्वर यादव मीडिया के समक्ष आए. उन्होंने कहा कि महिला को बेचा नहीं गया था वो अपनी मर्जी से शादी करने के बाद गांव से गयी थी. इससे पहले महिला ने खुद ही अपनी जमीन बेच दी थी. अब जमीन की रजिस्ट्री हुई तो महिला गांव लौटी है और तरह तरह का आरोप लोगों पर लगा रही है.
हो रही है जांच: एसडीपीओः इस पूरे मामले को लेकर एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो ने बताया कि महिला के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद जांच आरंभ कर दी गयी है. एसडीपीओ ने कहा कि थानेदार से पूरी रिपोर्ट ली गई है, आगे जल्द ही पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी.