गिरिडीह: राजस्थान के ट्रक चालक के हत्यारे पकड़ लिये गये हैं. पुलिस ने इस मामले में घटना के 72 घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. सभी ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. इस गिरफ्तारी की पुष्टि जिले के पुलिस कप्तान दीपक कुमार शर्मा ने की है.
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गिरफ्तार आरोपियों में 31 वर्षीय निमियाघाट थाना क्षेत्र के मधुपुर मजार निवासी मो. सद्दाम अंसारी (पिता स्वर्गीय अब्दुल रज्जाक अंसारी), धनबाद जिले के तोपचांची थाना क्षेत्र के लेदाटांड़ निवासी 25 वर्षीय शाहिद अख्तर (पिता सगूफ), 32 वर्षीय मोहम्मद रफीक अंसारी (पिता अब्दुल) रसीद), तोपचांची थाना क्षेत्र के पहाड़पुर निवासी 19 वर्षीय मो असलम हुसैन (पिता मो तबरेज), 30 वर्षीय झंडू महतो (पिता तुलाराम महतो), पहाड़पुर के 38 वर्षीय योगेन्द्र महतो उर्फ छोटू (पिता कारू प्रसाद महतो) और 29 वर्षीय तोपचांची थाना क्षेत्र के खम्हारडीह निवासी वृद्ध मो. मो सारूख अंसारी (उम्र पिता रुस्तम अंसारी) शामिल हैं.
डीजल चोरी का विरोध किया तो मार दी गोली: एसपी दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि 28/29 सितंबर की रात टेलर गाड़ी क्रमांक आरजे-09जीबी-1106 पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर से लोहे के ब्लेड लोड कर ग्वालियर मध्य प्रदेश के लिए रवाना हुई थी. रात करीब 01.00 बजे गिरिडाह के निमियाघाट थाना क्षेत्र के इसरी बाई पास जीटी रोड पहाड़ी के पास गाड़ी खराब हो गयी. इस गाड़ी के चालक और खलासी गाड़ी के केबिन में ही आराम करने लगे. रात करीब 02.00 बजे तोपचांची की ओर से एक चार पहिया गाड़ी आयी. उसमें कुछ अपराधी सवार थे. वे अपनी गाड़ी टेलर के सामने खड़ी कर टेलर की टंकी से डीजल चोरी करने लगे. जब ड्राइवर ने इसका विरोध किया तो बदमाशों ने ड्राइवर को गोली मार दी.
एसआईटी ने किया मामले का खुलासा: एसपी ने बताया कि घटना के तुरंत बाद निमियाघाट पुलिस मौके पर पहुंची और सबसे पहले गोली से घायल ट्रक चालक को तुरंत अस्पताल ले जाया गया. ट्रक चालक की पहचान राजस्थान के भीलवाड़ा जिला अंतर्गत शाहपुर के रहने वाले सत्यनारायण प्रजापति के रूप में हुई. चालक को अस्पताल पहुंचाने के बाद पुलिस ने अपराधियों की तलाश शुरू कर दी. इसी बीच इलाज के दौरान चालक की मौत हो गयी. मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया. जांच में तकनीकी टीम भी लगाई गई. टीम की मॉनिटरिंग में एसडीपीओ डुमरी सुमित कुमार भी लगे हुए थे.
डीजल की चोरी करते हैं अपराधी: एसपी ने बताया कि मामले की जांच के दौरान पता चला कि आरोपी जीटी रोड पर डीजल चोरी कर उसकी खरीद-फरोख्त का काम करते थे. घटना की रात तीन व्यक्ति झंडू महतो, योगेन्द्र महतो उर्फ छोटू (लूट में चारपहिया वाहन चलाने वाला व्यक्ति) और असलम हुसैन ने रफीक अंसारी की सहमति से उसकी कार ले ली. फिर ये लोग इसी गाड़ी से चले गए. वहीं अन्य आरोपी सद्दाम अंसारी, सारुख, शाहिद अख्तर जीटी रोड पर नजर रख रहे थे और अन्य पार्क किये गये वाहनों और अन्य गतिविधियों का लोकेशन दे रहे थे. रफीक अंसारी की कार लेकर निकले तीनों आरोपी झंडू, योगेन्द्र और असलम जीटी रोड पर निमियांघाट बाई पास पहाड़ी के पास पहुंचे और वहां सड़क के किनारे खड़ी टेलर गाड़ी संख्या आरजे-09जीबी-1106 के पास कार खड़ी कर डीजल निकालने की कोशिश करने लगे.
इसी बीच टेलर का ड्राइवर और खलासी जाग गये और नीचे आकर उनसे पूछताछ करने लगे. इसी दौरान उनके बीच विवाद शुरू हो गया और आरोपी झंडू ने पिस्तौल निकालकर टेलर के ड्राइवर पर गोली चला दी, जिससे ड्राइवर को गोली लग गई. इसके बाद सभी आरोपी वहां से भाग गये. जिसके बाद उपचार के दौरान चालक की मौत हो गई. एसपी ने बताया कि सभी आरोपियों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है और उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त पिस्तौल और घटना में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली गयी है.