गिरिडीह: जिले के कोविड-19 केयर अस्पताल में गंदगी और शुद्ध पानी नहीं मिलने की शिकायत को डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने गंभीरता से लिया है. डीसी के निर्देश पर बुधवार को वहां मरीजों को शुद्ध पेयजल देने के उद्देश्य से वाटर प्यूरीफायर लगा दिया गया है. इसके अलावा वहां साफ-सफाई के लिए अब नियमित सफाई कर्मी भी पहुंच रहे हैं.
अस्पताल को किया जा रहा सेनेटाइज
अस्पताल परिसर का नियमित अंतराल पर सेनेटाइज भी किया जा रहा है. साथ ही वहां आइसोलेट कोरोना संक्रमित मरीजों को अलग-अलग बोतल में गर्म पानी भी मुहैया करवाया जा रहा है. पहले वहां पानी को गर्म कर एक घड़े में डाल दिया जाता था. जिस घड़े से सभी संक्रमित मरीज बगैर हाथों को सेनेटाइज किए ही पानी निकालते थे. लेकिन अब इस व्यवस्था को बदल दिया गया है. सभी को बोतल में अलग-अलग गर्म पानी दिया जा रहा है.
अस्पताल में कुव्यवस्था का वीडियो
बता दें कि अस्पताल में कुव्यवस्था का वीडियो पिछले दिनों एक संक्रमित मरीज ने शेयर किया था. इस वीडियो को मीडियाकर्मियों के पास भी भेजा गया था. कोरोना संक्रमित मरीजों के वीडियो संदेश के आधार पर अस्पताल की कुव्यवस्था को प्रमुखता से 21 जुलाई को ईटीवी भारत ने प्रसारित किया था. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और अस्पताल की व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने में जुट गई.
इसे भी पढे़ं-गिरिडीह जिले के छह प्रखंडों में बिजली संकट, तीन दिनों से अंधेरे में ग्रामीण
व्यवस्था पर मरीजों ने जाहिर की संतुष्टि
इधर आइसोलेशन में रह रहे मरीजों ने भी अस्पताल की बदली व्यवस्था पर संतुष्टि जाहिर की है. एक मरीज ने बताया कि अब पीने का पानी और बाहरी साफ-सफाई में सुधार तो हुआ है. बाकी व्यवस्थाएं पर ठीक ही है.
कोरोना मरीज हुए स्वस्थ
बता दें कि गावां के 11 मरीज गिरिडीह में आइसोलेट वार्ड में इलाज करा रहे हैं. इसमें से नगवां के दो मरीजों को बुधवार को छुट्टी मिल गई है. बताया गया कि कोरोना टेस्ट निगेटिव आने के बाद वहां आइसोलेट हो रहे जिले के कुल 9 मरीजों को बुधवार को छुट्टी मिली है. इसमें गावां के नगवां के दो निवासी भी शामिल हैं.