गिरिडीह: सोमवार को बगोदर प्रखंड क्षेत्र के लिए एक दुखद खबर है. प्रखंड की रहने वाली कोरोना संक्रमित एक महिला की इलाज के दौरान रविवार को रिम्स में मौत हो गई. वह प्रखंड के बेको गांव की रहने वाली थी.
बच्चे के जन्म के बाद से कमजोर थी महिला
महिला की मौत से गांव में दहशत कायम है. हालांकि, राहत वाली बात यह है कि महिला का इस गांव से पिछले तीन महीने से किसी तरह का कोई संबंध नहीं रहा है. वह अपने मायके हजारीबाग के बिष्णुगढ़ प्रखंड के करगालो में रह रही थी. एक महीने पहले महिला ने एक बच्चे को जन्म भी दिया था. परिजनों के अनुसार जन्म के बाद बच्चे ने मां का दूध भी नहीं पिया है. महिला पहले से ही बीमार चल रही थी. बच्चे के जन्म के बाद महिला और कमजोर हो गई. तब उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
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गांव को कराया जाएगा सेनेटाइज
कोरोना संक्रमित महिला का पति भी ससुराल में ही रह रहा था. हालांकि, 20 दिन पहले वह गांव पहुंचा था. पत्नी की मौत के बाद पति का भी रिम्स में जांच के लिए स्वैब लिया गया. महिला की मौत की सूचना मिलने पर जिप सदस्य सह भाकपा माले नेता गजेंद्र महतो बेको पहुंचे और पीड़ित के परिजनों से मुलाकात कर मामले में आवश्यक जानकारी ली. उन्होंने कहा कि महिला के पति का स्वैब जांच के लिए लिया गया है. अगर उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो कोई बात नहीं और अगर पॉजिटिव आती है तो पूरे गांव को सेनेटाइज कराया जाएगा.
इस संबंध में चिकित्सा प्रभारी बीपी सिंह और बीडीओ रवींद्र कुमार ने बताया कि प्रोटोकॉल के तहत महिला जहां रह रही थी, उस गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित किए जाने का प्रावधान है. उन्होंने कहा कि हमारे लिए राहत की बात यह कि वह महिला दूसरे प्रखंड में रह रही थी.