गिरिडीह: सरिया प्रखंड मुख्यालय स्थित देवकी हॉस्पिटल में राज्यस्तरीय स्वास्थ्य जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार में प्रदेश भर के डॉक्टर पहुंचे. देवघर से डॉ युगल किशोर, हजारीबाग से सिरजित सिंह, डॉ. ओम प्रकाश , डॉ. प्रणय सिन्हा , गिरिडीह के डॉ आजाद , डॉ. विकास माथुर ,रामगढ़ से डॉ. उदय, डाल्टेनगंज से डॉ. संजय कुमार,कोडरमा से डॉ. अरबिंद , डॉ. सुजीत राज, डॉ. अरुण अबोध समेत अन्य डॉ शामिल रहे.
सेमिनार का संचालन डॉ विकास माथुर ने किया जबकि अध्यक्षता सर्जन राजेश कुमार सिंह ने किया. शुरुआत में मुख्य अतिथि व कोडरमा के पूर्व सांसद डॉ रवीन्द्र कुमार राय समेत मंच पर उपस्थित डॉक्टरों ने संयुक्त रूप दीप प्रज्वलित कर किया.
सेमिनार में सबसे पहले मूत्र रोग से सबधित बीमारी पर डॉ प्रणय कुमार सिन्हा ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त बीमारी 50 वर्ष से ऊपर के लोगो में पाई जाती है. जिसके लक्षण पेशाब का रुक रुक कर आना , जलन होना या आधा अधूरा पेशाब होना साथ ही कष्ट होना इसके लक्षण है.
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इस बीमारी में पेशाब के रास्ते मांस का बढ़ जाना होता है. बीमारी पुरानी होने से यह कैंसर का भी रूप ले सकता है. स्तन कैंसर विशेषज्ञ डॉ सिरजित सिंह ने जानकारी दी कि स्तन कैंसर के लिए कोई उम्र नही होती.
यह मामला अधिकतर महिलाओं , लड़कियों पर भी हो सकती है. इसके लक्षण को जानने के लिए महिलायों को दर्पण के सामने खड़े होकर अपने स्तनों को एवम उसके चारों ओर छू कर प्रतिमाह यह जांच कर लेना चाहिए कि कहीं पर किसी तरह का कोई गांठ कड़ापन या कुछ नई चीज तो नहीं दिख रही.
यह जरूरी नहीं है कि प्रत्येक गांठ कैंसर ही हो. बस सावधानी यही बरतनी है कि तुरंत इसकी जांच करा लें. सेमिनार को संबोधित करते हुए डॉ राजेश सिंह ने कहा कि महिलायों में सफेद प्रदर की बीमारी गंदगी के कारण होती है. जिसकी बड़ी वजह यह है कि मासिक काल में जानकारी के अभाव में महिलाएं गंदे कपड़ों का प्रयोग करती हैं, जबकि ऐसे वक्त में नैपकिन का प्रयोग करने की जरूरत है.
मुख्य अतिथि पूर्व सांसद रवीन्द्र कुमार राय ने सरिया में इस प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन करने के लिए उपस्थित डॉक्टरों को धन्यवाद दिया. इस तरह की जागरूकता से लोगों में बीमारी छिपाने व भय से बाहर आने का मौका मिलता है.