गिरिडीहः सऊदी अरब में फंसे झारखंड के प्रवासी मजदूर खुद को लाचार महसूस कर रहे हैं. बकाया मजदूरी की मांग पर हड़ताल करने के कारण कंपनी के द्वारा मजदूरों के किचन में ताले जड़ दिए गए हैं. उन पर मुकदमा भी कर दिया गया है. भारतीय दूतावास के द्वारा उपलब्ध कराई गी खाद्य सामग्री भी समाप्त हो गई है. अब ऐसे में मजदूरों को खाने- पीने के लाले पड़ गए हैं. दूषित पानी पीने से मजदूर बीमार भी पड़ने लगे हैं, लेकिन भारत सरकार के द्वारा उन्हें किसी तरह से मदद नहीं मिल रही है.
मजदूरों ने सोशल मीडिया में चौथी बार वीडियो भेजकर एक बार फिर से केंद्र एवं राज्य सरकार से मदद की गुहार लगाई गई है. मजदूरों ने सरकार से बकाया मजदूरी का भुगतान करते हुए वतन वापसी में सहयोग की अपील की है. मजदूरों ने कहा है कि अब वे वहां पूरी तरह से फंस चुके हैं. वहां से निकालने की दिशा में सरकार को तत्काल पहल करने की जरूरत है.
बता दें कि झारखंड के 45 मजदूर पिछले कई दिनों से सऊदी अरब में फंसे हुए हैं. इसके पूर्व मजदूरों ने सोशल मीडिया में तीन वीडियो शेयर कर सरकार से वतन वापसी के लिए गुहार लगाई है. बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह के द्वारा मामले को विधानसभा में उठाया गया था. मांडू विधायक जय प्रकाश भाई पटेल के द्वारा मामले को लेकर पीएम को चिठ्ठी भेजी जा चुकी है. बावजूद मजदूरों की वतन वापसी की प्रक्रिया शुरु नहीं हुई है. बता दें कि वहां फंसे मजदूरों में गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो जिले के मजदूर शामिल हैं.
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