गिरिडीहः पर्यावरण मंजूरी व कंसर्ट टू ऑपरेट (CTO) के अभाव में सीसीएल गिरिडीह परियोजना का दोनों माइंस बंद (Coal production in Giridih) हैं. चार साल से कबरीबाद तो 9 माह से ओपनकास्ट माइंस से कोयला उत्पादन नहीं हो रहा है. कोयला उत्पादन बंद रहने से स्थानीय लोगों की आर्थिक परेशानियां भी बढ़ गई हैं. लेकिन सीसीएल ढोरी एरिया जीएम ने गिरिडीह में कोयला का उत्पादन दो-तीन माह में शुरू होने का भरोसा दिया (Coal production will start in coming months) है.
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इन सबों के बीच पर्यावरण मंजूरी (Environmental Clearance) और सीटीओ (Consent to Operate) कैसे मिले इसे लेकर स्थानीय विधायक सुदिव्य कुमार के अलावा सीसीएल ढोरी एरिया के जीएम मनोज कुमार अग्रवाल, परियोजना पदाधिकारी एसके सिंह की टीम का प्रयास जारी है. अब इसपर जीएम मनोज कुमार अग्रवाल ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि सब कुछ ठीक रहा तो गिरिडीह कोलियरी का कबरीबाद माइंस 2 से ढाई माह में (Coal mining closed) चालू हो जाएगा. इसके एक माह के बाद ओपेनकास्ट माइंस के भी चालू होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि संभवतः कबरीबाद में ढाई माह में उसी लगन वह गति से कोयला का उत्पादन होने लगेगा.
अवैध उत्खनन पर रोकः उन्होंने कहा कि गिरिडीह कोलियरी के लिए सबसे बड़ा अभिशाप कोयला का अवैध खनन रहा है. 50 वर्ष से अधिक समय से यह अवैध धंधा जारी है. लेकिन हाल के डेढ़ दो वर्ष में सदर एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में बेहतर काम हुआ और कोयला के अवैध खनन पर काफी हद तक विराम लगा है.