गिरिडीह: सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गावां में नवजात बदलने का मामला प्रकाश में आया है. इसे लेकर काफी हंगामा हुआ. जमुआ गावां स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में चकमा देकर नवजात बच्चा को बदलकर ले जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है.
प्रखंड स्थित पथलडीहा नावाडीह की महिला संगीता देवी पति दुर्गा यादव अपनी मां व गांव की साहिया पति श्यामसुंदर यादव के साथ 08 दिसंबर को स्वास्थ्य केन्द्र में प्रसव करवाने पहुंची थी.
महिला ने अस्पताल के मुख्य गेट के अंदर प्रवेश करते ही एक बच्चे को जन्म दी.बाद में स्वास्थ्य केन्द्र में उपस्थित एएनएम व परिजनों के सहयोग से अस्पताल के अंदर ले जाया गया.
जहां उसकी देखभाल की जा रही थी. महिला के बगल में स्थित बेड पर स्थित एक महिला ने एक पुत्री को जन्म दिया. बुधवार को प्रसूता संगीता ने अपनी मां से चाय ब्रेड की मांग की.
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बगल की प्रसूता की देखभाल कर रही महिला ने कहा कि बच्चा मुझे दे दो तब तक हम रखते हैं.जब तक संगीता की मां ब्रेड लेकर आयी जब तक महिला ने अपनी पुत्री को उसी के कपड़े से ढककर उसे दे दिया.
प्रसूता महिला जब बुधवार को अपने घर आयी तो देखा की गोद में पुत्री है. बाद में महिला के परिजनों ने स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर इस बाबत शिकायत की. अस्पताल में कार्यरत एएनएम नीतू सिन्हा ने जब रजिस्टर देखा तो महिला को पुत्र होने की बात दर्ज थी.
प्रसूता ने कहा कि मेरे बगल में डेवटन की महिला थी. उसी ने मेरे हाथ से बच्चा लिया था मैं देखते ही उसे पहचान लूंगी. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अरविंद कुमार ने कहा कि हॉस्पिटल के रिकार्ड को देखते हुए स्थल पर जाकर मामले की जांच की जाएगी. महिला के पुत्र को वापस दिलवाया जाएगा