गिरिडीह: सीसीएल गिरिडीह कोलियरी के बंद पड़े भदुआ माइंस के पीछे पहाड़ी में अवैध कोयला खनन के लिए खोदे गए गड्ढे में 10-12 वर्षीय बालक गिर गया है. बालक को निकालने का प्रयास किया जा रहा है. घटना के बाद सीसीएल गिरिडीह एरिया के महाप्रबंधक बासब चौधरी, परियोजना पदाधिकारी संजय कुमार सिंह, मुफस्सिल थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर कमलेश पासवान के अलावा सीसीएल के पदाधिकारी राज्यवर्धन मौके पर पहुंच गए हैं. इसके अलावा सीसीएल के चिकित्सक डॉ परिमल सिन्हा भी पूरी टीम के साथ पहुंचे हैं. राहत-बचाव का कार्य शुरू कर दिया गया है. इसके अलावा स्थानीय ग्रामीण भी बचाव कार्य में जुटे हैं.
बैर तोड़ने के दौरान गड्ढे में जा गिरा करणः दरअसल, सीसीएल के भदुआ पहाड़ी और 7 नंबर के बीच अवैध तरीके से कोयला की निकासी करने के लिए माफियाओं ने गड्ढा खोद रखा है. हालांकि फिलहाल इस गड्ढे से कोयला की निकासी नहीं होती है. इस अवैध कोयला खदान के आसपास झाड़ियां भी उग आयी हैं तो बैर का पेड़ भी हैं. शुक्रवार की सुबह पचम्बा थाना इलाके के पेसराबहियार तीन बालक करण भुईयां, कुंदन कुमार, शिवम कुमार और नीतीश कुमार बैर तोड़ने इस इलाके में पहुंचे थे. इस दौरान करण के साथ एक अन्य बालक उस बंद पड़े खदान के पास पहुंच गए, जहां बैर पेड़ पर लटक रहे थे. करण यह नहीं समझ सका कि बैर के पेड़ के पास अवैध खदान है और वह बैर तोड़ने के दौरान खदान में जा गिरा. घटना के बाद बाकी के तीनों बच्चे गांव पहुंचे और घटना से ग्रामीणों को अवगत कराया.
कई वर्षों से बंद है खदानः इधर, जानकारों का कहना है कि जिस खदान में करण गिरा है वह कई वर्षों से बंद पड़ा हुआ है. खदान में पानी भरा हुआ है. लोगों का कहना है कि संभवतः पानी के कारण ही कोयला तस्करों ने इस खदान से कोयला निकालना बंद किया था. वहीं इस घटना को लेकर सीसीएल के महाप्रबंधक बासब चौधरी और मुफस्सिल थाना के प्रभारी कमलेश पासवान ने बताया कि बचाव कार्य जारी है. जल्द से जल्द बालक को खदान से बाहर निकाला जाएगा.
मां का रो-रोकर बुरा हालः दूसरी तरफ घटना की जानकारी मिलने के बाद खदान में गिरे बालक की मां और मामा सुनील भुईयां घटनास्थल पर पहुंच गए. घटना के बाद मां का रो-रोकर बुरा हाल है. मां बार-बार यही कह रही है कि करण को वह लेकर जाएगी.
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