गिरिडीह: जिले में पचम्बा थाना पुलिस ने अवैध कोयले के कारोबार के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया. इस दौरान पुलिस ने माथाडीह कोल्हारिया में नदी के पास एक व्यक्ति के मकान और प्राथमिक विद्यालय के पीछे रखे ईंट भट्ठे के पास छिपाकर रखे 9 टन कोयले को बरामद किया है.
थाना प्रभारी मुकेश दयाल सिंह के नेतृत्व में अवैध कोयले के कारोबार के खिलाफ छापामारी अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता मिली. सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना पर माथाडीह कोल्हारिया में नदी के समीप सुनील ठाकुर के पुराने इंदिरा आवास से 5 टन और प्राथमिक विद्यालय के पीछे स्थित ईंट भट्ठे के पास से छिपाकर रखे गए 4 टन कोयले को जब्त किया गया है. थाना प्रभारी मुकेश ने कहा कि अवैध कारोबार के खिलाफ लगातार कार्यवाई की जा रही है. इधर पुलिस की छापेमारी के बाद भी हर रोज ओपनकास्ट माइंस से कोयला की चोरी हो रही है.
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सब्जी की आड़ में गांजा बेचती थी महिला, पकड़ी गई
पुलिस ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के शीतलपुर के एक घर से दो किलो गांजा बरामद किया है. इस मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया गया है. मुफस्सिल थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर की अगुवाई में सोमवार की सुबह की गई छापामारी में पुलिस को यह सफलता मिली है.
थाना प्रभारी ने बताया कि सूचना मिली थी कि शीतलपुर के गौरी देवी अपने घर में अवैध तरीके से गांजा की बिक्री करती हैं. इसी सूचना पर एसडीपीओ सदर अनिल कुमार सिंह के निर्देश पर थाना प्रभारी ने प्रशिक्षु दारोगा प्रकाश कुमार, सअनि प्रमोद प्रसाद, आरक्षी मैनेजर सिंह व पप्पु यादव, महिला आरक्षी अनिमा मिंज के साथ महिला के घर में सुबह लगभग पौने नौ बजे छापामारी की. छापामारी के दौरान पुलिस को देख गौरी देवी भागने का प्रयास करने लगीं. महिला आरक्षी की ओर से गौरी देवी को पकड़ लिया गया. इसके बाद घर की तलाशी ली गई. तलाशी के दौरान घर की आलमारी में झोले में रखा लगभग दो किलो गांजा बरामद किया गया. महिला ने पूछताछ में पुलिस को सप्लायर का नाम भी बताया है.
ऐसे शुरू की बिक्री
महिला ने पुलिस को बताया कि शीतलपुर में उसका मायका है, वह पिछले तीस साल से शीतलपुर में रह रही है और सब्जी बेचती है. लगभग छह माह पूर्व राकेश कुमार और रंजीत यादव नाम का व्यक्ति आया और बोला कि गांजा बेचो और वे गांजे की सप्लाई करेंगे. गिरिडीह में दो-तीन जगह गांजा की सप्लाई वे ही करते हैं. वह पैसों के लालच में गांजा बेचने के लिए तैयार हो गई. इसके बाद राकेश और रंजीत बीच-बीच में आधा-एक किलो का गांजा मुहैया कराने लगे और वह गांव में गांजा बेचने लगी.