गिरिडीह, बगोदर: झारखंड राज्य कृषि उपज और पशुधन विपणन विधेयक 2022 के तहत राज्य सरकार ने कृषि खाद्य पदार्थों पर दो प्रतिशत की टैक्स बढ़ोतरी की है. इसके विरोध में व्यवसायी जगह-जगह धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी के तहत गिरिडीह जिले के बगोदर और सरिया प्रखंड के व्यवसायियों ने भी शनिवार को विरोध-प्रदर्शन किया है. इस दौरान व्यवसायियों ने कहा कि टैक्स बढ़ोतरी को जब तक सरकार वापस नहीं लेती है उनका विरोध-प्रदर्शन जारी रहेगा. इस दौरान सभी दुकानें बंद रहेंगी.
रविवार को भी किराना और फल-सब्जी दुकानें बंद रखने का निर्णयः इस दौरान व्यवसायियों ने रविवार को भी राशन दुकानों के साथ फल और सब्जी की दुकानों को भी बंद रखने का निर्णय लिया है. इसको लेकर बगोदर और सरिया के व्यवसायियों की संयुक्त बैठक शनिवार को बगोदर में की. जिसमें टैक्स बढ़ोतरी विधेयक का विरोध किया गया और सरकार से इसे वापस लेने की मांग की गई.
राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ व्यवसायियों ने जमकर की नारेबाजीः इस दौरान व्यवसायियों ने कहा है कि जब तक सरकार विधेयक को वापस नहीं लेती है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा और यदि सरकार शीघ्र कोई निर्णय नहीं लेती है तो धीरे-धीरे व्यवसायियों का आंदोलन उग्र रूप लेगा. व्यवसायियों ने कहा कि बगोदर और सरिया की धरती संघर्ष और क्रांति की रही है. व्यवसायियों के आंदोलन के बाद एक बार फिर क्रांति आएगी. बैठक के दौरान राज्य सरकार की नीतियों के विरोध में जमकर नारेबाजी भी की गई.
बगोदर बाजार में व्यवसायियों ने निकाला प्रतिवाद मार्चः बैठक के पश्चात झारखंड राज्य कृषि उपज और पशुधन विपणन विधेयक के खिलाफ बगोदर बाजार में प्रतिवाद मार्च भी निकाला गया. बैठक में दिलीप कुमार, पवन जायसवाल, सचिन कुमार, प्रकाश उर्फ गुड्डू, जिम्मी चौरसिया, संजय कुमार, रामपति वर्मा, विशाल अग्रवाल, जागेश्वर साव, दीपक कुमार, प्रताप कुमार यादव, पंकज कुमार सहित बड़ी संख्या में व्यवसायी उपस्थित थे.