गिरिडीह: जिला में गोदाम से ही सरकारी अनाज की कालाबाजारी (Black marketing of government food grains) के खेल का खुलासा हुआ है. यह खुलासा ग्रामीणों के सहयोग से हुआ है. पूरे मामले में एफसीआई गोदाम संचालक, लिफ्टर के साथ साथ धनबाद के हरिहरपुर थाना पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में है. यह पूरा मामला जिले में चर्चा का केंद्र बना हुआ है और सवाल आपूर्ति विभाग पर भी उठ रही है.
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क्या है पूरा मामला: दरअसल, 24 अगस्त को जिले का डुमरी प्रखंड के निमियाघाट के ग्रामीण विनोद महतो व अन्य को यह सूचना मिली की सरिया स्थित एफसीआई गोदाम से 400 बोरा गेहूं एक ट्रक पर लोड हुआ है, जिसकी कालाबाजारी करने की योजना है. योजना यह है कि अनाज को धनबाद जिले के राजगंज या गोविंदपुर के इलाके में अवस्थित एक फ्लावर मिल में खपाना है. इस सूचना के बाद विनोद के साथ कई ग्रामीण एक्टिव हो गए. वाहन को खोजा जाने लगा. इस बीच 25 अगस्त की अहले सुबह ग्रामीणों ने ट्रक को गिरिडीह जिला के सीमा के बाहर धनबाद जिले के हरिहरपुर थाना इलाके में नेशनल हाइवे पर पकड़ लिया. वाहन पकड़ने के बाद पूरे मामले की जानकारी ग्रामीणों ने हरिहरपुर थाना पुलिस को दी. सूचना पर पुलिस पहुंची और वाहन को कब्जे में लेकर साथ ले गई. इस मामले पर विनोद महतो ने बताया कि 25 अगस्त को सरकारी अनाज लदे जिस ट्रक (JH 02 P-5844) को पकड़ा था, उसे पुलिस ने रात होते होते छोड़ दिया.
ट्रक ड्राइवर के पास थे दो गेट पास: विनोद ने बताया कि निमियाघाट के ग्रामीणों को अनाज कालाबाजारी की सूचना लगातार मिल रही थी. इसी सूचना पर ग्रामीणों ने ट्रक को पकड़ा. ट्रक को जिस वक्त पकड़ा गया, उस समय उसपर 400 बोरा सरकारी गेहूं लदा था. इस दौरान ट्रक चालक ने गेट पास दिखाया. एक गेट पास 25 अगस्त की शाम 5:50 का था, तो दूसरा गेट पास 21 अगस्त की शाम 5:50 का था. चालान के अनुसार अनाज को डुमरी के एसएफसी गोदाम जाना था लेकिन ट्रक डुमरी-निमियाघाट से आगे बढ़कर धनबाद की सीमा में पहुंच गया.
![Black marketing of government food grains](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/jhgir01anajkakhelpkgjh10006_27082022061409_2708f_1661561049_984.jpg)
ड्राइवर ने कहा फ्लावर मिल जा रहा था अनाज: ग्रामीणों ने ट्रक को पकड़ा और उससे पूछताछ की. उन्होंने इस पूछताछ का वीडियो भी जारी किया है. वीडियो में ट्रक का चालक बताने वाले व्यक्ति का कहना है कि ट्रक आशीष मंडल नाम के व्यक्ति का है. सरिया के छतरबार स्थित एफसीआई गोदाम से गेहूं लोड किया गया था, जिसे धनबाद जिले के फ्लावर मिल ले जाना था. वीडियो में ड्राइवर ने कहा कि इससे पहले 21 अगस्त को भी एक ट्रक अनाज धनबाद जिले के एक फ्लावर मिल में उतारा गया था.
![Black marketing of government food grains](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/jhgir01anajkakhelpkgjh10006_27082022061409_2708f_1661561049_657.jpg)
24 घंटे भी नहीं रखा गया वाहन: इन सब के बीच हरिहरपुर थाना की पुलिस ने पकड़े गए वाहन को छोड़ दिया गया. छोड़ा गया वाहन वापस गिरिडीह जिला नहीं पहुंचा. इस विषय पर हरिहरपुर थाना की पुलिस से कई दफा संपर्क करने के प्रयास किया गया. एक दो बार बात भी हुई लेकिन, स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई. वहीं जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार धनबाद पुलिस के वरीय अधिकारी ने इस प्रकरण को काफी गंभीरता से लिया है और हरिहरपुर थानेदार से पूरी घटना की विस्तृत जानकारी मांगी गई है.
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गोदाम ठेकेदार ने जाहिर की अनभिज्ञता: एफसीआई के जिस गोदाम से अनाज को लोड करने की बात कही जा रही है, उस गोदाम के ठेकदार रामजी पांडेय से संपर्क किया गया. इनका कहना था कि वे सुने हैं कि गिरिडीह में लोड सरकारी अनाज को ग्रामीणों की शिकायत पर धनबाद की पुलिस ने पकड़ा था, जिसे बाद में छोड़ दिया गया. उन्होंने कहा कि उनके गोदाम से अनाज लोड नहीं हुआ है. बाकी उन्हें किसी प्रकार की जानकारी नहीं है.
![Black marketing of government food grains](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/jhgir01anajkakhelpkgjh10006_27082022061409_2708f_1661561049_715.jpg)
एजीएम ने कहा नहीं आया है अनाज: दूसरी तरफ डुमरी एसएफसी के एजीएम संतोष ने बताया कि हरिहरपुर थाना द्वारा गेहूं लदा वाहन पकड़ने की सूचना उन्हें मिली थी. उन्हें यह नहीं पता कि गेहूं कहां जाना था. वैसे उनके गोदाम में न आज अनाज आया है और न ही एक सप्ताह के अंदर सरिया से अनाज की ट्रक यहां पहुंची है.
गेट पास निकला फर्जी, जांच शुरू: मामला सरकारी अनाज की हेराफेरी से जुड़ा है और ग्रामीणों द्वारा इसकी शिकायत जिले की डीसी नमन प्रियेश लकड़ा (Giridih DC) से भी की गई. बताया जाता है कि इस शिकायत को डीसी ने काफी गंभीरता से लिया और जांच के लिए कमिटी का भी गठन किया है. इन सबों के बीच ट्रक चालक के पास मिले गेट पास की जांच की गई. जांच में यह साफ हुआ कि गेट पास पर गोदाम में कार्यरत सरकारी कर्मी आशीष आलोक का हस्ताक्षर है. ऐसे में आशीष आलोक से स्पष्टीकरण पूछा गया. अपने जवाब में आलोक ने साफ कहा कि हस्ताक्षर उनका नहीं है और गेट पास भी फर्जी (Fake gate pass) है. इस जानकारी के बाद आपूर्ति विभाग के कान खड़े हो गए. विभाग के पदाधिकारी ने साफ कहा कि अनाज की कालाबाजारी फर्जी गेट पास के सहारे की गई है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच हो रही है. यह पता लगाया जा रहा है कि अनाज कहां से उठाया गया और कहां खपाया गया.