गिरीडीहः झामुमो विधायक डॉ सरफराज अहमद के विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद सियासी गलियारे में हलचल है. आने वाले दो चार दिन झारखंड की राजनीति के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इस्तीफे को लेकर कई तरह का कयास लगाया जा रहा है. पूरे राज्य के साथ साथ गांडेय का राजनीति पारा भी चढ़ा हुआ है. इसी दौरान अचानक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के गांडेय विधानसभा के बेंगाबाद पहुंचने से सियासी खेमे की सरगर्मी और बढ़ गई है. जिला के भाजपा नेताओं को बिना सूचना के बाबूलाल मरांडी बेंगाबाद प्रखंड अंतर्गत कर्मजोरा मोड़ पहुंचे और यहां कुछ खास कार्यकर्ताओं से मुलाकात की.
बाबूलाल ने कार्यकर्ताओं के साथ की बैठकः बताया जा रहा है कि दुमका से रांची जाने के क्रम में बाबूलाल मरांडी कर्मजोरा मोड़ में कुछ समय के लिए रुके. यहां उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी की. बैठक में ज्यादातर आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे. हालांकि बैठक में क्या बातें हुईं इस संबंध में किसी ने जानकारी साझा नहीं की है. मगर झारखंड की गरमाई सियासत के मद्देनजर यह कहा जा रहा है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने झारखंड में संभावित उपचुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं को तैयार रहने का निर्देश दिया है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से जमीनी तैयारी की जानकारी ली है. भाजपा के आदिवासी कार्यकर्ताओं को जमीनी स्तर पर तैयार रहने का निर्देश दिया गया है.
डॉ सरफराज का इस्तीफा खड़ा करता है कई बड़े सवालः इधर बैठक के बाद बाबूलाल मरांडी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि डॉ सरफराज अहमद का अचानक इस्तीफा देना कई बड़े सवालों को जन्म देता है. उन्होंने कहा कि इसके लिए बहुत बड़ी डील हुई है. चर्चा है कि कल्पना सोरेन गांडेय से चुनाव लड़ेंगी. कयास लगाया जा रहा है कि कल्पना सोरेन ओडिशा की रहने वाली है ऐसे में आरक्षित सीट से चुनाव नहीं लड़ पाएंगी. वह किसी सामान्य सीट से ही चुनाव लड़ेंगी और इसके लिए गांडेय विधानसभा सीट सबसे सुरक्षित माना जा रहा है. इसलिए गांडेय सीट को खाली कराया गया है. उन्होंने कहा कि डॉ सरफराज अहमद ना तो बीमार हैं और ना ही उन्हें कोई अन्य परेशानी है. ऐसे में अचानक उनका इस्तीफा देना बड़ा सवाल है.
इस्तीफे के लिए हुई बड़ी डीलः बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस्तीफे को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं, कई कयास लगाए जा रहे हैं. चर्चा यह भी है कि इस्तीफे को लेकर बड़ी डील हुई है. कयास है कि इस डील के लिए 2 सौ करोड़ का सौदा हुआ है. विधायक डॉ अहमद इस्तीफा देने के बाद फौरन दिल्ली लौट गए हैं. ऐसे में चर्चाओं का बाजार गर्म है. चर्चा है कि डील के रकम को दिल्ली, दुबई और इंग्लैंड में सजाने का काम हो रहा है. हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट तौर पर कहा कि इस बारे में उन्हें कोई पुख्ता जानकारी नहीं है. इन सभी चर्चाओं का जवाब डॉ अहमद ही दे सकते हैं. बाबूलाल ने आगे कहा कि राज्य में गठबंधन सरकार को बचाने की जी तोड़ कोशिश की जा रही है. मगर आने वाले समय में बहुत कुछ बदलने वाला है.
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