गिरिडीह: आरक्षी पद पर नियुक्ति की मांग को लेकर सहायक पुलिसकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. अब इनका आंदोलन तेज हो गया है. गिरिडीह के सहायक पुलिसकर्मी पैदल ही रांची को कूच कर गए. हालांकि इन्हें रोकने का भी प्रयास अधिकारियों की तरफ से किया गया. इससे नाराज होकर सहायक पुलिसकर्मी सड़क पर बैठ गए हैं. भारी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया है. इधर गुमला और अन्य जिलों के भी सहायक पुलिसकर्मी रांची के लिए रवाना हुए हैं.
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए सहायक पुलिसकर्मी
आरक्षी पद पर नियुक्ति किये जाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए सहायक पुलिसकर्मी का आंदोलन अब तेज हो गया है. शुक्रवार को गिरिडीह जिले के सहायक पुलिसकर्मी पैदल ही रांची के लिए निकल पड़े. हालांकि इन्हें रोकने का पूरा प्रयास किया गया. गिरिडीह डुमरी पथ पर सीएम ढाबा व जोड़ापहाड़ी के पास भी डीएसपी टू, सार्जेंट मेजर की अगुवाई में इन सहायक कर्मियों को समझाने व रोकने का प्रयास किया गया. भारी संख्या में बलों को बुलाया गया. इसके बाद ये सहायक पुलिसकर्मी बीच सड़क पर ही बैठ गए हैं. इनका साफ कहना था कि राज्य सरकार उनके साथ सही नहीं कर रही है.
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क्या है पूरा आंदोलन
सहायक पुलिस कर्मियों का कहना है कि गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग झारखंड, रांची एवं पुलिस महानिरीक्षक (कार्मिक) की ओर से निर्गत आदेश के आलोक में राज्य के बारह अतिनक्सल प्रभावित जिलों में 25 सौ सहायक पुलिस कर्मियों की नियुक्ति तीन वर्ष के लिए की गई है. जिसका मानदेय मात्र 10 हजार रुपए है. नियुक्ति के बाद उस वक्त की रघुवर सरकार ने कहा था कि तीन वर्ष सेवा होने के बाद सहायक पुलिस कर्मियों को झारखंड पुलिस में आरक्षी के पद पर सीधी नियुक्ति कर दी जाएगी, इसका विज्ञापन में भी उल्लेख है. इसके बाद भी वर्तमान झारखंड सरकार का रवैया सहायक पुलिस कर्मियों के प्रति काफी उदासीन है. बताया कि काला बिल्ला लगाकर काम करने व हड़ताल में जाने के बाद भी सरकार ने उनकी ओर ध्यान नहीं दिया है. इसलिए आंदोलन के तहत मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने वे लोग रांची के लिए निकले हैं.
गिरिडीह से सहायक पुलिसकर्मी पैदल निकले रांची, अधिकारियों ने रोका तो सड़क पर बैठे आंदोलनकारी - गिरिडीह में हड़ताल पर गए सहायक पुलिसकर्मी
गिरिडीह जिले से सहायक पुलिसकर्मी पैदल ही रांची जाने के लिए निकल गए हैं. इस दौरान अधिकारियों ने जब पुलिसकर्मियों को रोकने की कोशिश की तो पुलिसकर्मी सड़क पर ही बैठ गए. बता दें कि सहायक पुलिसकर्मियों की मांंग है कि उन्हें सीधी नियुक्ति दी जाए. इधर गुमला और अन्य जिलों के भी सहायक पुलिसकर्मी रांची के लिए रवाना हुए हैं.
गिरिडीह: आरक्षी पद पर नियुक्ति की मांग को लेकर सहायक पुलिसकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. अब इनका आंदोलन तेज हो गया है. गिरिडीह के सहायक पुलिसकर्मी पैदल ही रांची को कूच कर गए. हालांकि इन्हें रोकने का भी प्रयास अधिकारियों की तरफ से किया गया. इससे नाराज होकर सहायक पुलिसकर्मी सड़क पर बैठ गए हैं. भारी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया है. इधर गुमला और अन्य जिलों के भी सहायक पुलिसकर्मी रांची के लिए रवाना हुए हैं.
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए सहायक पुलिसकर्मी
आरक्षी पद पर नियुक्ति किये जाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए सहायक पुलिसकर्मी का आंदोलन अब तेज हो गया है. शुक्रवार को गिरिडीह जिले के सहायक पुलिसकर्मी पैदल ही रांची के लिए निकल पड़े. हालांकि इन्हें रोकने का पूरा प्रयास किया गया. गिरिडीह डुमरी पथ पर सीएम ढाबा व जोड़ापहाड़ी के पास भी डीएसपी टू, सार्जेंट मेजर की अगुवाई में इन सहायक कर्मियों को समझाने व रोकने का प्रयास किया गया. भारी संख्या में बलों को बुलाया गया. इसके बाद ये सहायक पुलिसकर्मी बीच सड़क पर ही बैठ गए हैं. इनका साफ कहना था कि राज्य सरकार उनके साथ सही नहीं कर रही है.
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क्या है पूरा आंदोलन
सहायक पुलिस कर्मियों का कहना है कि गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग झारखंड, रांची एवं पुलिस महानिरीक्षक (कार्मिक) की ओर से निर्गत आदेश के आलोक में राज्य के बारह अतिनक्सल प्रभावित जिलों में 25 सौ सहायक पुलिस कर्मियों की नियुक्ति तीन वर्ष के लिए की गई है. जिसका मानदेय मात्र 10 हजार रुपए है. नियुक्ति के बाद उस वक्त की रघुवर सरकार ने कहा था कि तीन वर्ष सेवा होने के बाद सहायक पुलिस कर्मियों को झारखंड पुलिस में आरक्षी के पद पर सीधी नियुक्ति कर दी जाएगी, इसका विज्ञापन में भी उल्लेख है. इसके बाद भी वर्तमान झारखंड सरकार का रवैया सहायक पुलिस कर्मियों के प्रति काफी उदासीन है. बताया कि काला बिल्ला लगाकर काम करने व हड़ताल में जाने के बाद भी सरकार ने उनकी ओर ध्यान नहीं दिया है. इसलिए आंदोलन के तहत मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने वे लोग रांची के लिए निकले हैं.