गिरिडीह: चार दिन पहले ईटीवी भारत ने एक खबर प्रकाशित की थी कि गिरिडीह में एंबुलेंस नहीं मिलने की वजह से गर्भवती महिला को खाट पर कुछ लोग अस्पताल लेकर आए थे. महिला ने रास्ते में ही बच्चे को जन्म दिया और अस्पताल के गेट तक पहुंचते ही महिला की मौत हो गई थी. दरअसल, गिरिडीह के लक्ष्मीबथान गांव में सड़क ही नहीं है कि वहां तक एंबुलेंस पहुंच सके.
इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किए जाने के बाद आखिरकार अधिकारियों ने सुध ली और सोमवार को गांव का दौरा किया. यहां एसडीएम बोले कि सारी व्यवस्था जल्द की जाएगी. गांव के लोगों को कोई दिक्कत नहीं होने देंगे.
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इस मामले में डीसी ने दोषी चिकित्सकों पर भी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है. डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है. वहीं, गांव में मोबाइल टावर लगाने के लिए बीएसएनएल को पत्र भी लिखा गया है.
चार किलोमीटर पैदल चलकर गांव पहुंचे अधिकारी
एसडीएम धीरेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि इस गांव के सड़क की स्थिति काफी खराब है. करीब चार किलोमीटर पैदल चलकर गांव आना पड़ा. सड़क नहीं होने की वजह से ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है. इस बारे में वरीय अधिकारियों से बात की जाएगी और जल्द सड़क निर्माण का काम शुरू कराया जाएगा. ग्रामीणों ने कुएं की मांग की है. इसे भी जल्द पूरा कर दिया जाएगा.
सांसद बोलीं-राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था फेल
महिला की मौत मामले में भाजपा की उपाध्यक्ष और सांसद अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि हेमंत सरकार में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है. विकास का काम ठप पड़ा है. मुख्यमंत्री और उनके दूसरे नेताओं का काम सिर्फ केंद्र सरकार के खिलाफ बयान देना रह गया है. सांसद ने कहा कि राज्य में जिस जगह सड़क की समस्या है और ग्रामीणों को बुनियादी सुविधाओं की दिक्कत है, उसका संज्ञान लेंगे और जल्द से जल्द समस्याओं को दूर किया जाएगा.