गिरिडीह: सऊदी अरब में झारखंड के 45 मजदूर फंसे हैं. इन लोगों द्वारा लगातार वीडियो संदेश भेजे जा रहे हैं. उनका कहना है कि उन्हें पांच महीने से वेतन नहीं मिला है. वे वेतन समेत अपने देश वापसी की मांग कर रहे हैं. गुरुवार को उन्होंने सऊदी अरब से तीसरा वीडियो भेजा. इस वीडियो में वह कह रहे हैं कि उनके पास न तो पैसे हैं और न ही अनाज. जो कंपनी उन्हें ट्रांसमिशन लाइन में काम करने के लिए ले गई थी, उसने पहले तो उनकी सैलरी रोक दी और अब रेजी इब्राहिम नाम के मैनेजर ने किचन में ताला लगा दिया है.
दूतावास ने भी साध ली चुप्पी: मजदूरों ने वीडियो के जरिए बताया कि खाना खत्म होने के बाद भारतीय दूतावास की ओर से उन्हें तीन दिन का खाना भी उपलब्ध कराया गया था, वो भी खत्म हो गया है. इसके बाद दूतावास ने चुप्पी साध ली है. प्रवासी मजदूरों के हितों के लिए काम करने वाले बगोदर निवासी सिकंदर अली ने कहा कि इन मजदूरों को मदद की जरूरत है. राज्य और केंद्र सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है.
क्या है मामला: बता दें कि 11 मई 2023 को सभी कर्मचारी कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर कॉमर्शियल टेक्नोलॉजी की ट्रांसमिशन लाइन में काम करने गए थे. इस काम के लिए मजदूरों को बतौर कमीशन 55000 का भुगतान करना पड़ा था. छह दिसंबर को इन मजदूरों द्वारा सिकंदर अली को व्हाट्सएप कॉल किया गया था. इसके बाद से लगातार कर्मचारी वीडियो मैसेज के जरिए अपनी समस्याएं बता रहे हैं.
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