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सुरक्षा बल को उड़ाने की नापाक योजना विफल, सर्च ऑपरेशन में मिले 20-20 किलो के चार आईईडी

गिरिडीह में नक्सलियों द्वारा बिछाकर रखे गए चार आईईडी को जिला पुलिस और सीआरपीएफ ने बरामद किया है. बरामद आईईडी (केन बम) को बाद में निष्क्रिय कर दिया गया. यह कार्रवाई सर्च ऑपरेशन के दौरान की गई है.

IED recovered in Giridih
केन बम किया गया डिफ्यूज
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Published : Jul 1, 2021, 5:50 PM IST

Updated : Jul 1, 2021, 6:03 PM IST

गिरिडीह: नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के नापाक मंसूबे को एक बार फिर से गिरिडीह पुलिस और सीआरपीएफ ने विफल कर दिया है. इस बार फिर नक्सलियों की ओर से बिछाकर रखे गए बारूदी सुरंग को न सिर्फ सुरक्षा बलों ने डिटेक्ट किया बल्कि बरामद किए गए चार बम को डिफ्यूज भी कर दिया गया. यह कार्रवाई एसपी अमित रेणू के निर्देश पर एएसपी गुलशन तिर्की की अगुवाई में की गई है.

ये भी पढ़ें- सुरक्षा बलों को टारगेट करने के लिए नक्सलियों ने प्लांट किया था आईईडी, योजना विफल


बताया जाता है कि नक्सलियों की खोज में गिरिडीह पुलिस और सीआरपीएफ की टीम लगातार गश्त पर है. पारसनाथ के तराई वाले इलाके में नक्सलियों की खोज की जा रही है. दूसरी तरफ नक्सली भी सुरक्षा बलों को अपने निशाने पर लेने की फिराक में है. इसी योजना के तहत नक्सलियों ने इस बार मधुबन थाना इलाके के करमगढ़ा-टेसफुली रोड में 20-20 किलो का चार आईईडी छिपाकर रखा था. नक्सलियों की योजना इस क्षेत्र में सर्च अभियान पर पहुंचने वाले जवानों और अधिकारियों को टारगेट करने की थी. इस बीच सूचना के आधार पर सर्च अभियान में जुटे अधिकारी और जवान पहुंचे और चारों बमों को बरामद किया. बाद में एक्सपर्ट को बुलाकर चारों बमों को डिफ्यूज भी कर दिया गया.

देखें पूरी खबर

घोर नक्सल प्रभावित है इलाका
यहां बता दें कि जिस इलाके में इस बार एक साथ चार आईईडी मिला है वह इलाका जंगलों से घिरा है. पारसनाथ की तराई में स्थित यह क्षेत्र पूरी तरह नक्सल प्रभावित है. यहां बाहर के लोगों को जाने में भी डर लगता है. अमूमन इस इलाके में नक्सली छिपा भी करते हैं.

तीन दिनों पहले भी मिला था बम
यहां बता दें कि पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों की ओर से नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. एक के बाद एक नक्सली पकड़े जा रहे हैं. इससे नक्सली संगठन में बौखलाहट है. यही कारण है कि नक्सली बार बार सुरक्षा बल को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं. तीन दिनों पूर्व भी पीरटांड़ प्रखण्ड के सरायटोला में पुलिया के नीचे 10 किलो का केन बम लगाकर रखा था. का योजना को भी विफल कर दिया गया.

IED recovered in Giridih
बरामद केन बम

ये भी पढ़ें- गिरिडीह में नक्सलियों की योजना विफल, पुलिस-सीआरपीएफ ने झाड़ी से बरामद किया IED

गिरिडीह में पहले भी मिले हैं आईईडी

इसी साल 20 जनवरी को गिरिडीह में ही सर्च अभियान के दौरान झारखंड-बिहार के सीमा से आईईडी बरामद किया गया था. आईईडी को नक्सलियों की ओर से सुरक्षाबलों को टारगेट करने के लिए सड़क के किनारे चट्टान और झाड़ी में छिपाकर रखा गया था. गिरिडीह पुलिस और सीआरपीएफ ने नक्सलियों के मंसूबे पर पानी फेर दिया.

IED recovered in Giridih
केन बम किया गया डिफ्यूज

ये भी पढ़ें- चाईबासा में IED ब्लास्ट में 3 जवान शहीद, 2 घायल

आईईडी ब्लास्ट में 3 जवान शहीद

4 मार्च को चाईबासा में हुए आईईडी ब्लास्ट में 3 जवान शहीद हो गए, जबकि 2 जवान घायल हो गए थे. ब्लास्ट टोकलो थाना क्षेत्र के लांजी जंगल में हुआ था. चाईबासा के टोकलो थाना क्षेत्र अंतर्गत लांजी गांव स्थित जंगल पहाड़ी के क्षेत्र में जिला पुलिस और सीआरपीएफ के जवान सर्च ऑपरेशन चला रहे थे. इसी दौरान नक्सलियों ने आईडी ब्लास्ट किया.

गिरिडीह: नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के नापाक मंसूबे को एक बार फिर से गिरिडीह पुलिस और सीआरपीएफ ने विफल कर दिया है. इस बार फिर नक्सलियों की ओर से बिछाकर रखे गए बारूदी सुरंग को न सिर्फ सुरक्षा बलों ने डिटेक्ट किया बल्कि बरामद किए गए चार बम को डिफ्यूज भी कर दिया गया. यह कार्रवाई एसपी अमित रेणू के निर्देश पर एएसपी गुलशन तिर्की की अगुवाई में की गई है.

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बताया जाता है कि नक्सलियों की खोज में गिरिडीह पुलिस और सीआरपीएफ की टीम लगातार गश्त पर है. पारसनाथ के तराई वाले इलाके में नक्सलियों की खोज की जा रही है. दूसरी तरफ नक्सली भी सुरक्षा बलों को अपने निशाने पर लेने की फिराक में है. इसी योजना के तहत नक्सलियों ने इस बार मधुबन थाना इलाके के करमगढ़ा-टेसफुली रोड में 20-20 किलो का चार आईईडी छिपाकर रखा था. नक्सलियों की योजना इस क्षेत्र में सर्च अभियान पर पहुंचने वाले जवानों और अधिकारियों को टारगेट करने की थी. इस बीच सूचना के आधार पर सर्च अभियान में जुटे अधिकारी और जवान पहुंचे और चारों बमों को बरामद किया. बाद में एक्सपर्ट को बुलाकर चारों बमों को डिफ्यूज भी कर दिया गया.

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घोर नक्सल प्रभावित है इलाका
यहां बता दें कि जिस इलाके में इस बार एक साथ चार आईईडी मिला है वह इलाका जंगलों से घिरा है. पारसनाथ की तराई में स्थित यह क्षेत्र पूरी तरह नक्सल प्रभावित है. यहां बाहर के लोगों को जाने में भी डर लगता है. अमूमन इस इलाके में नक्सली छिपा भी करते हैं.

तीन दिनों पहले भी मिला था बम
यहां बता दें कि पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों की ओर से नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. एक के बाद एक नक्सली पकड़े जा रहे हैं. इससे नक्सली संगठन में बौखलाहट है. यही कारण है कि नक्सली बार बार सुरक्षा बल को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं. तीन दिनों पूर्व भी पीरटांड़ प्रखण्ड के सरायटोला में पुलिया के नीचे 10 किलो का केन बम लगाकर रखा था. का योजना को भी विफल कर दिया गया.

IED recovered in Giridih
बरामद केन बम

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गिरिडीह में पहले भी मिले हैं आईईडी

इसी साल 20 जनवरी को गिरिडीह में ही सर्च अभियान के दौरान झारखंड-बिहार के सीमा से आईईडी बरामद किया गया था. आईईडी को नक्सलियों की ओर से सुरक्षाबलों को टारगेट करने के लिए सड़क के किनारे चट्टान और झाड़ी में छिपाकर रखा गया था. गिरिडीह पुलिस और सीआरपीएफ ने नक्सलियों के मंसूबे पर पानी फेर दिया.

IED recovered in Giridih
केन बम किया गया डिफ्यूज

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आईईडी ब्लास्ट में 3 जवान शहीद

4 मार्च को चाईबासा में हुए आईईडी ब्लास्ट में 3 जवान शहीद हो गए, जबकि 2 जवान घायल हो गए थे. ब्लास्ट टोकलो थाना क्षेत्र के लांजी जंगल में हुआ था. चाईबासा के टोकलो थाना क्षेत्र अंतर्गत लांजी गांव स्थित जंगल पहाड़ी के क्षेत्र में जिला पुलिस और सीआरपीएफ के जवान सर्च ऑपरेशन चला रहे थे. इसी दौरान नक्सलियों ने आईडी ब्लास्ट किया.

Last Updated : Jul 1, 2021, 6:03 PM IST
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