गिरिडीह: बगोदर प्रखंड के आदिवासी बहुल पंचायत अड़वारा के बेलगांय गांव में जल संरक्षण, भूमि विकास और आदिवासियों के आर्थिक उत्थान के लिए एक अच्छी पहल की गई है. एकता परिषद की ओर से श्रमदान कर यहां तालाब की खुदाई की जा रही है. इसमें 50 की संख्या में आदिवासी समुदाय के महिलाएं और पुरुष जुटे हुए हैं.
![100 meter long pond construct continous in Giridih](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/jh-gir-01-sarmdaan-se-talab-khudai-pkg-jhc10019_18022021164535_1802f_1613646935_888.jpg)
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22 फरवरी को खुदाई होगी पूरी
गुरुवार को श्रमदान कर तालाब की खुदाई करने की शुरुआत हुई. श्रमदान में आदिवासी समुदाय के 50 की संख्या में महिला और पुरुष मजदूर जुटे हुए हैं. 22 फरवरी को इसका समापन होगा. जल संरक्षण, भूमि सुधार एवं आदिवासियों के आर्थिक विकास के लिए श्रमदान के तहत तालाब निर्माण कार्य की शुरुआत की गई है. इसमें श्रमदान करने वाले मजदूरों को खाद सामग्री का किट दिया जाएगा. कोरोनाकाल को देखते हुए मजदूरों को कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने की भी कोशिश की जा रही है. सभी मजदूर जहां मास्क पहने रहते हैं वही सोशल डिस्टेंस का भी पूरी ध्यान रखा जाता है.
प्रशिक्षण शिविर का आयोजन
संस्था से जुड़े रामधनी और सोनू कुमार ने बताया कि श्रमदान के तहत एक 100 मीटर लंबे तालाब निर्माण का लक्ष्य है. इसके लिए 5 दिनों तक श्रमदान किया जाएगा. तालाब निर्माण के बाद आदिवासियों की खेतों में हरियाली लाने के साथ मछली पालन कर आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं. श्रमदान के बाद एक घंटे का प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित होती है. इस दौरान लोगों को सामाजिक और आर्थिक उत्थान के साथ जल, जंगल और जमीन पर जनता का अधिकार से संबंधित जानकारी दी जाती है. श्रमदान कार्यक्रम में मिथिलेश टूडू, संदीप टुडू, सरिता देवी, मुन्नी देवी, सरिता बेसरा, सीता टुडू, राम सहाय , प्रियंका टूडू, सुचिता ने हिस्सा लिया है.