गढ़वाः यूपी के दो ठग गिरफ्तार गढ़वा से गिरफ्तार किए गए हैं. यूपी के दो जालसाज अपने आपको कोआर्डिनेटर बताकर पहले प्रखंड के बीडीओ से मिलते थे. फिर बाद में पंचायत सचिव और मुखिया के साथ बैठकर सरकारी योजनाओं की समीक्षा करते थे. इसके बाद उसमें खामियां निकालकर उन दोनों से पैसे की वसूली करते थे. जिला के बिशुनपुरा पुलिस ने शक के आधार पर इन दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस ने इनके पास से दो मोबाइल, होंडा एजेनट कार, कपड़ों से भरे दो बैग बरामद किया है. पुलिस पदाधिकारी बुधराम शामद ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.
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गढ़वा में सरकारी योजना के नाम पर ठगी के आरोप में यूपी के दो जालसाज गिरफ्तार हुए हैं. जानकारी के अनुसार यूपी के चंदौली जिला के मधुपुर गांव के विष्णु सिंह एवं बाबरी रोड गांव के जय नारायण पाठक अपने आपको विकास कार्यालय रांची के पदाधिकारी बताते थे. वो जिला के किसी भी ब्लॉक में जाकर सबसे पहले बीडीओ से मिलते थे. उनको अपना परिचय देते और उसके बाद ब्लॉक में चल रहे विकास कार्यों की जांच की बात करते थे. वहां से उन्हें मुखिया और पंचायत सचिव का मोबाइल नंबर मिल जाता था और फिर वो उनसे संपर्क करते थे. कार्यस्थल पर जाकर या पंचायत सचिवालय में बैठकर विकास कार्यों की समीक्षा का नाटक करते थे. जिसमें वो दोनों विकास कार्यों में अनियमितता और कमियां निकालते थे.
जिसके बाद घबराए मुखिया और पंचायत सचिव से जांच रिपोर्ट समर्पित करने के नाम पर मनमानी राशि की वसूली करते थे. शुक्रवार को बिशनपुरा पंचायत सचिवालय में भी इन दोनों ने ऐसा ही हरकत की. विशुनपुरा पंचायत के संध्या गांव के मुखिया पति बलराम पासवान 7000 रुपये की लेनदेन की बात पक्की हुई. इस दौरान लोगों को संदेह हुआ और सीधे थाना को इसकी सूचना दे दी गयी. विशुनपुरा थाना की पुलिस दोनों को थाने ले गयी. उनसे पूछताछ करने के बाद पता चला कि इन दोनों ने रमुना प्रखंड के टंडवा पंचायत के मुखिया गुलाम अली से 6000 रुपये, डंडई प्रखंड के टंडवा पंचायत के लाभुक संतोष यादव से 10 हजार 200 रुपये और केतार मुखिया से 9000 रुपये की वसूली की है.